अंतर्राष्ट्रीय
20-Jun-2025
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न्यूर्याक (ईएमएस)। ईमेल लिखने से लेकर किसी विषय पर जानकारी पाने, कोडिंग से जुड़ी समस्या सुलझाने या फिर किसी मेडिकल या फाइनेंशियल सलाह तक के लिए अब लोग एआई चैटबॉट्स का सहारा लेने लगे हैं। आज की डिजिटल दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई का दायरा तेजी से बढ़ रहा है। लोग अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में चैटजीपीटी जैसे चैटबॉट्स का इस्तेमाल तेजी से करने लगे हैं। हालांकि, टेक एक्सपर्ट्स अब इस आदत को लेकर चेतावनी दे रहे हैं। उनका कहना है कि जरूरत से ज्यादा भरोसा और संवेदनशील जानकारी साझा करना आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकता है। भले ही एआई चैटबॉट्स बेहद स्मार्ट और सहायक लगें, लेकिन यह समझना जरूरी है कि इनकी सीमाएं भी हैं और इनके साथ की गई बातचीत को रिकॉर्ड किया जा सकता है। आपकी बातों का इस्तेमाल मॉडल ट्रेनिंग के लिए किया जा सकता है या कुछ मामलों में वे डेटा लीक का शिकार भी हो सकते हैं। ऐसे में आपकी निजी जानकारी खतरे में पड़ सकती है।सबसे पहले बात करें व्यक्तिगत जानकारी की, तो नाम, पता, फोन नंबर, ईमेल आईडी जैसी डिटेल्स को चैटबॉट के साथ साझा करना पूरी तरह से असुरक्षित है। ये जानकारियां आपकी पहचान के साथ-साथ आपकी ऑनलाइन एक्टिविटी को ट्रैक करने के लिए इस्तेमाल की जा सकती हैं। दूसरी सबसे संवेदनशील जानकारी है बैंकिंग डिटेल्स। अपने बैंक अकाउंट नंबर, डेबिट/क्रेडिट कार्ड की जानकारी, या किसी भी तरह की फाइनेंशियल जानकारी को चैटजीपीटी जैसे टूल्स पर बताना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। इसी तरह पासवर्ड्स या लॉग-इन क्रिडेंशियल्स साझा करना सबसे बड़ी भूल है, क्योंकि इससे आपके अकाउंट्स हैक हो सकते हैं और निजी डेटा खतरे में आ सकता है। यदि आप किसी ऑफिस प्रोजेक्ट या कंपनी से जुड़ा कोई काम कर रहे हैं, तो इस दौरान क्लाइंट्स या कंपनी की कोई गोपनीय जानकारी चैटबॉट के साथ शेयर करने से पूरी तरह बचना चाहिए। ऐसा करना न केवल कंपनी की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है, बल्कि यह आपके करियर के लिए भी नुकसानदेह साबित हो सकता है। 2023 में सैमसंग के एक मामले ने सबको चौंका दिया था, जब एक कर्मचारी ने गलती से एक कोड एआई चैटबॉट में शेयर कर दिया था, जो बाद में लीक हो गया। इसके बाद कंपनी को दफ्तर में एआई टूल्स पर पूरी तरह से बैन लगाना पड़ा। इसी तरह स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी भी एआई से शेयर करना सुरक्षित नहीं है। चैटजीपीटी डॉक्टर नहीं है, और न ही यह किसी पेशेवर मेडिकल सलाह की जगह ले सकता है। इंश्योरेंस नंबर, मेडिकल रिपोर्ट या हेल्थ से जुड़ी कोई डिटेल एआई से शेयर करने से पूरी तरह बचना चाहिए। सेफ रहने के लिए जरूरी है कि आप अपनी चैट हिस्ट्री को समय-समय पर डिलीट करें और एआई चैटबॉट्स का इस्तेमाल करते समय टेंपरेरी मोड चुनें। सुदामा/ईएमएस 20 जून 2025