21-Jun-2025
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महापौर ने दिया ढाई साल का हिसाब जबलपुर, (ईएमएस)। शहर के मुख्य मार्गों में अब गड्ढे ढूंढने से नहीं मिलते, अगले 2 साल में पूरे शहर की सीमा के गली कूचों की सड़कों में भी गड्ढे नहीं होंगे. वर्तमान नगर निगम का कार्यकाल खत्म होने के पूर्व जबलपुर शहर कई मामलों में भोपाल और इंदौर से आगे होगा. मकानों और भवनों में वाटरहार्वेस्टिंग से एक कदम आगे जाते हुये अब सड़कों और नालियों में बहने वाले पानी को भी सहेजने के लिये वाटरहार्वेस्टिंग योजना नगर निगम जबलपुर लाएगा. यह दावे और वादे जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने शनिवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में कही. महापौर मानस भवन में नगर निगम के 2.5 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित पत्रकारवार्ता को संबोधित कर रहे थे. यहां नगर निगम अध्यक्ष रिंकू विज, मेयर इन काउंसिल सदस्य विवेकराम सोनकर, दामोदर सोनी, अंशुल राघवेन्द्र यादव, रजनी कैलाश साहू सहित निगम अधिकारी अधीक्षण यंत्री कमलेश श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री शैलेन्द्र मिश्रा, शैलेंद्र कौरव, जागेन्द्र सिंह, आलोक शुक्ला मौजूद थे. महापौर ने यहां बताया, ढाई साल के कार्यकाल में नगर निगम के उद्यान विभाग द्वारा 31 मार्च 2025 तक करीब 6 सौ करोड़ रुपये के विकास कार्य किये जा चुके हैं. स्वच्छ वायू और स्वच्छ पर्यावरण के मामलों में नगर निगम जबलपुर ने देश में दूसरा और प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है. वहीं नगर निगम के लोककर्म विभाग ने शहर विकास करीब 5 अरब रुपये के कार्य किये हैं. महापौर ने बताया 5 जून पर्यावरण दिवस के मौके पर डुमना नेचर पार्क में 5 हजारा पौधों का रोपण किया गया. वहीं आगामी 1 माह में 1 लाख पौधों को रोपण किया जाएगा. महापौर ने बताया नगर निगम द्वारा 2.5 साल के कार्यकाल में 500 करोड़ रुपये की सड़क नाली के कार्य हुये हैं. वहीं निगम के इतिहास में पहली बार सिर्फ उद्यान विभाग के 75 करोड़ की राशि से 136 कार्य स्वीकृत हुये हैं. जिसमें 51 उद्यानों का सौंदर्यीकरण एवं निर्माण कार्य हो चुका है. वहीं 1 लाख पेड़ लगाने, लैण्ड स्क्रैपिंग, ग्रीनवाल, 50 फव्वारे सहित सिटी ब्यूटिफिकेशन के 11 करोड़ रुपये के कार्य शुरु हुये हैं. 10 करोड़ रुपये की लागत से एक दिन में 11 लाख पौधारोपण कार्य के लिये कार्यादेश जारी किये गये हैं. प्रदेश का सबसे उंचा तिरंगा तिलवारा में फहरा रहा है. वहीं सिविक सेंट में प्रदेश का पहला भारत माता मंदिर का निर्माण प्रगति पर है. महापौर ने बताया, शहर के 6 एंट्री प्वाइंट पर 11 करोड़ रुपये की लागत से विशेष कार्य कराए जा रहे हैं. 6 माह के अंदर सभी 6 एंट्री गेट शहर को नया स्वरूप देंगे. हर एंट्री प्वाइंट पर जीरो अतिक्रमण, जीरो शराब, ग्रीनरी के साथ साथ भव्य गेट होगा. सुनील साहू / मोनिका / 20 जून 2025/ 06.01