युद्ध की बजाय शांति की मांग, जयस्तंभ चौराहे पर उठीं मानवता की आवाज, बरसते पानी में भी डटे रहे प्रदर्शनकारी गुना (ईएमएस)। ईरान पर अमेरिका द्वारा किए गए हमले और फिलिस्तीन के खिलाफ इजरायल की आक्रामक नीतियों के विरोध में रविवार को गुना शहर के जयस्तंभ चौराहे पर कम्युनिस्ट विचारधारा से जुड़े संगठन एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) द्वारा जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। इस विरोध प्रदर्शन में संगठन के कार्यकर्ता भारी बारिश के बावजूद पूरे जोश और साहस के साथ शामिल हुए और अमेरिका तथा इजरायल की सैन्य नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने युद्ध नहीं, शांति चाहिए, ईरान-फिलिस्तीन पर हमला बंद करो, मानवता का दुश्मन अमेरिका मुर्दाबाद, रक्तपिपासु अमेरिका और इजरायल होश में आओ जैसे गगनभेदी नारों के साथ अपनी आवाज बुलंद की। एसयूसीआई के कार्यकर्ताओं ने कहा कि ईरान और फिलिस्तीन जैसे देशों पर लगातार हो रहे हमले वैश्विक मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन हैं और इससे शांति के प्रयासों को गहरी चोट पहुंच रही है। संगठन के वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए अमेरिका को वैश्विक अशांति का जनक बताया और कहा कि वर्तमान दौर में जब दुनिया को आपसी सहयोग, संवाद और सह-अस्तित्व की ओर बढऩा चाहिए, तब अमेरिका और इजरायल जैसे देश युद्ध को हवा देकर मानवता को विनाश की ओर धकेल रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि यह केवल ईरान या फिलिस्तीन का मामला नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के अमनपसंद लोगों की जिम्मेदारी है कि वे इस साम्राज्यवादी विस्तारवाद के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाएं। विरोध प्रदर्शन में शामिल युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने प्लेकार्ड और बैनरों के माध्यम से भी अपने विचार प्रकट किए। प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से भारत सरकार से मांग की कि वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अमेरिका और इजरायल की युद्ध नीति के खिलाफ कड़ी आपत्ति दर्ज कराए और शांति की पैरवी करने वाले देशों के साथ मिलकर एक स्पष्ट रुख अपनाए। - सीताराम नाटानी (ईएमएस)