* खेल परिसर, आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ शहरी विकास और परिवहन कनेक्टिविटी के माध्यम से बन रहा है ओलंपिक खेल क्षेत्र * राज्य में बनने जा रहे हैं गुजरात खेल प्राधिकरण के जिला स्तर के 13 और तालुका स्तर के 18, कुल 31 नए खेल परिसर अहमदाबाद (ईएमएस)| गुजरात का आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र, अहमदाबाद शहर, वर्ष 2036 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) को 1 अक्टूबर, 2024 को औपचारिक रूप से लेटर ऑफ इंटेंट भेजकर ओलंपिक 2036 की मेजबानी के लिए दावेदारी दर्ज की है। गुजरात राज्य और विशेष रूप से अहमदाबाद शहर को इस महाकुंभ की मेजबानी के लिए मजबूत दावेदार माना जा रहा है। ‘खेलेगा गुजरात, जीतेगा गुजरात’ के मंत्र के साथ, गुजरात सरकार ने खेलों के विकास के लिए मजबूत नीतियां बनाईं और आधुनिक खेल परिसरों का निर्माण किया है। साथ ही, राज्य के उभरते खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं, जो 2036 के ओलंपिक में भारत का नाम रोशन करने की संभावनाओं को मजबूत करती हैं। राज्यभर में खेल परिसरों के माध्यम से भविष्य के पदक विजेताओं को तैयार करने का गुजरात खेल प्राधिकरण का लक्ष्य गुजरात में गुजरात खेल प्राधिकरण के तालुका और जिला स्तर के खेल परिसर राज्य के लिए पदक मशीन की भूमिका निभाने के लिए तैयार हो रहे हैं। वर्तमान में, राज्य में गुजरात खेल प्राधिकरण के जिला स्तर के 24 और तालुका स्तर के 6, कुल 30 खेल परिसर कार्यरत हैं। साथ ही, राज्य में कुल 20 खेल हॉस्टल लगभग 4000 खिलाड़ियों को आवास के साथ प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। गुजरात खेल प्राधिकरण निकट भविष्य में जिला स्तर के 13 और तालुका स्तर के 18, कुल 31 नए खेल परिसरों के माध्यम से राज्य में खेल बुनियादी ढांचे को मजबूत कर खेल इकोसिस्टम को गति देने के उद्देश्य के साथ काम कर रहा है। इन नए 31 खेल परिसरों के माध्यम से राज्य में विभिन्न खेलों में पदक दिलाने वाले खिलाड़ियों की संख्या कई गुना बढ़ने की उम्मीद है। किन-किन जिलों में स्थापित होंगे नए खेल परिसर? अमरेली, आनंद, भरूच, बोटाद, छोटाउदेपुर, देवभूमि द्वारका, गिर सोमनाथ, जामनगर, महिसागर, मोरबी, नवसारी, सुरेंद्रनगर और वलसाड सहित कुल 13 जिलों में नए खेल परिसर शुरू होने वाले हैं। किन-किन खेलों में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण और मार्गदर्शन मिलता है? गुजरात खेल प्राधिकरण के खेल परिसरों और उच्च प्रदर्शन केंद्रों में अनुभवी कोचिंग स्टाफ द्वारा वॉलीबॉल, एथलेटिक्स, तैराकी, तीरंदाजी, कुश्ती, कबड्डी, जूडो, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, फुटबॉल, हॉकी, खो-खो सहित विभिन्न खेलों का प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है। ओलंपिक 2036 की तैयारियां राज्य में ओलंपिक खेलों के अनुरूप खेल बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए गुजरात सरकार ने गुजरात स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जीएसआईडी) की स्थापना की है, जो 6000 करोड़ के बजट के साथ 6 खेल परिसर बनाएगी। इसके अलावा, पेथापुर, कराई पुलिस अकादमी, गिफ्ट सिटी, और मणिपुर-गोधावी में नई खेल सुविधाएं बनाई जाएंगी। इससे अहमदाबाद और गांधीनगर ओलंपिक की 80% से अधिक खेलों की मेजबानी करने में सक्षम होंगे। पिछले कुछ वर्षों से राज्य में सुनियोजित खेल बुनियादी ढांचे के माध्यम से उभरते खिलाड़ियों को मजबूत मंच मिल रहा है। ‘शक्तिदूत’ जैसी राज्य सरकार की प्रमुख योजना भी वित्तीय सहायता और अनुदान के माध्यम से विभिन्न खेलों के खिलाड़ियों को बड़ा समर्थन दे रही है। इससे राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय खेल, एशियाई खेल, और ओलंपिक सहित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में गुजरात का नाम रोशन कर रहे हैं। गुजरात खेल प्राधिकरण के खेल परिसरों में खिलाड़ियों को मिल रही सुविधाएं - प्रशिक्षण और कोचिंग समर्थन - उच्च प्रदर्शन केंद्र - सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक - मनोविज्ञान कक्ष - स्टीम सौना कक्ष और परामर्श कक्ष - उच्च प्रदर्शन जिम - जकूज़ी - बहुउद्देशीय हॉल - हॉस्टल सुविधा - अंतरराष्ट्रीय मानक मैदान - क्लाइम्बिंग वॉल - छात्रावास - शूटिंग रेंज - इनडोर और आउटडोर खेल बुनियादी ढांचा - चेंज रूम - स्ट्रेंथ एन्ड एंड्यूरन्स रूम गुजरात खेल प्राधिकरण द्वारा विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से खिलाड़ियों को मिल रही सुविधाएं - वित्तीय सहायता - शिक्षा सुविधा - आहार - टूर्नामेंट एक्सपोजर - हॉस्टल सुविधा - वजीफा - आधुनिक खेल बुनियादी ढांचा, - खेल किट और उपकरण - प्रदर्शन समीक्षा और सुधार - प्रतिभा पहचान और पोषण कैसे अहमदाबाद बनेगा ओलंपिक खेल इकोसिस्टम का केंद्र? नरेंद्र मोदी स्टेडियम विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम, नरेंद्र मोदी स्टेडियम, 1.10 लाख दर्शकों की क्षमता रखता है और ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह के लिए आदर्श स्थल बन सकता है। इस स्टेडियम के आसपास सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव का निर्माण हो रहा है, जो 300 एकड़ में फैला होगा और 10 नए स्टेडियमों को शामिल करेगा। यह एन्क्लेव 3000 एथलीटों के लिए ओलंपिक विलेज के रूप में भी कार्य करेगा। साबरमती रिवरफ्रंट साबरमती रिवरफ्रंट वर्तमान में फेज-II में निर्माणाधीन है, और जल क्रीड़ा जैसे खेलों के लिए यह उपयुक्त स्थल बन सकता है। रिवरफ्रंट पर 2 किलोमीटर के क्षेत्र में ओलंपिक-मानक बुनियादी ढांचा खड़ा करने की योजना है, जिसमें जल बैराज का निर्माण हो रहा है। नारणपुरा में ओलंपिक स्तर का नवीन खेल परिसर अहमदाबाद शहर के नारणपुरा क्षेत्र में ओलंपिक स्तर का एक नया खेल परिसर बनाया गया है, जो विभिन्न ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए तैयार है। इसे जल्द ही जनता के लिए खोल दिया जाएगा। शहरी विकास और परिवहन अहमदाबाद का शहरी बुनियादी ढांचा ओलंपिक की मेजबानी के लिए आदर्श है। शहर में BRTS (बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) और मेट्रो रेल सेवाएं कार्यरत हैं, जो स्थानीय परिवहन को आसान बनाती हैं। इसके अलावा, अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन भी आने वाले वर्षों में शुरू होने की उम्मीद है, जो ओलंपिक के दौरान अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगी। मल्टीमॉडल परिवहन हब अहमदाबाद और गांधीनगर में मल्टीमॉडल परिवहन हब का निर्माण हो रहा है, जिसमें पश्चिम रेलवे ट्रैक और सिटी बस सेवाएं शामिल हैं। इसके अलावा, एसजी हाईवे पर 1 लाख वर्ग मीटर के क्षेत्र में मेगा स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर की योजना बनाई गई है, जो आंबली, घुमा, जोधपुर, शेला, और वेजलपुर जैसे क्षेत्रों को जोड़ेगी। सैटेलाइट टाउन अहमदाबाद के आसपास के 5 छोटे शहरों (कलोल, साणंद, दहेजाम, बारेजा, मेहमदावाद) को सैटेलाइट टाउन के रूप में विकसित करने की योजना है, जो ओलंपिक तैयारियों को गति देगी। गुजरात सरकार की खेल योजनाएं गुजरात सरकार ने खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए 2016 में ‘स्पोर्ट्स पॉलिसी’ शुरू की थी, जिसका नवीनीकरण 2023 में किया गया। इस नीति के तहत, राज्य में ग्रासरूट स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, छात्रवृत्ति, और बुनियादी ढांचे की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। ‘खेल महाकुंभ’ खेल महाकुंभ 2010 से शुरू हुआ एक महत्वपूर्ण राज्य-स्तरीय खेल आयोजन है, जो राज्य के लाखों युवाओं को 28 से अधिक खेलों में भाग लेने का अवसर देता है। इस कार्यक्रम में गांवों से लेकर राज्य स्तर तक की प्रतियोगिताएं आयोजित होती हैं, जिसमें विजेताओं को नकद पुरस्कार, छात्रवृत्ति, और प्रशिक्षण के अवसर मिलते हैं। 2023-24 के खेल महाकुंभ में अनुमानित 50 लाख से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया, जो राज्य के खेलों के प्रति उत्साह को दर्शाता है। ‘शक्तिदूत’ योजना इस योजना के तहत खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता और विशेषज्ञ प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। सतीश/22 जून