:: जातिगत जनगणना के आधार पर जांगिड़ ब्राम्हणों को पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की मांग का समर्थन :: :: स्वयं की तरक्की बड़ी बात नहीं, सभी को साथ लेकर चलना ही मानवीयता :: :: सामाजिक उत्थान पर मंथन, समाज हित में कई योजनाओं को स्वीकृति :: :: कार्बन उत्सर्जन को रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प :: :: इन्दौर में भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति स्थापित होगी : महापौर भार्गव ने की घोषणा :: :: बड़ी संख्या में आए समाजजन, छोटा पड़ गया रवीन्द्र नाट्यगृह :: इन्दौर (ईएमएस)। सामाजिक संरचना का भाव एक दूसरे के परस्पर सहयोग और आत्म चिंतन के साथ शुरू होता है। ईश्वर ने इस पृथ्वी पर हमको जन्म दिया है, मनुष्य का यह कर्तव्य है कि वह अपने साथ के सभी छोटे-बड़े, आर्थिक एवं कमजोर वर्ग के लोगों को सहयोग करता चले और अपने जीवन को धन्य करे। हम स्वयं अगर तरक्की करते हैं तो कोई बड़ी बात नहीं और अगर सबको साथ लेकर चलते हैं तो वास्तविकता में हमारा जन्म सफल रहेगा। यह बातें अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा दिल्ली के राष्ट्रीय अधिवेशन में रविवार को इन्दौर के रवीन्द्र नाट्यगृह में अतिथियों ने कही। मध्य प्रदेश अध्यक्ष प्रभु दयाल जांगिड़, प्रदेश प्रभारी रतन लाडबा, महामंत्री अनिल शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय पदाधिकारी की बैठक में राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और बिहार आदि 15 राज्यों के सैकड़ों पदाधिकारी शामिल हुए। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय प्रधान रामपाल जांगिड़, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, राजस्थान सरकार में मंत्री झाबर सिंह खर्रा, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी एवं विधायक गोलू शुक्ला, पीडी शर्मा और जनप्रतिनिधि शामिल रहे। इस मौके पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शहर के एक प्रमुख चौराहे पर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा लगाने की घोषणा की। उन्होने कहा कि यह प्रतिमा नगर निगम के माध्यम से स्थापित की जाएगी एवं नामकरण भी होगा। इस अवसर पर कैलाश बरनाला, रविशंकर शर्मा, लादू राम जांगिड, सावरमल जांगिड, गोपाल चोयल आदि के साथ सभी प्रदेश के पदाधिकारी शामिल हुए। अतिथियों के का स्वागत कपिल शर्मा, माया शर्मा, धीरज शर्मा,अशोक रोडवाल, मूलचंद शर्मा बेटमा, वीरेंद शर्मा ने किया। :: सवा सौ साल पुरानी संस्था :: अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा नई दिल्ली के मध्य प्रदेश अध्यक्ष प्रभु दयाल जांगिड़ ने बताया की हमारे समाज की सामाजिक संस्था का रजिस्ट्रेशन सन 1906 में लाहौर में हुआ था, यानी देश की आजादी के पहले ही संस्था का रजिस्ट्रेशन हुआ तब से लेकर आज तक तकरीबन सवा सौ साल में सामाजिक उत्थान और एकजुट के प्रयास लगातार हो रहे हैं। महापौर द्वारा की गई घोषणा से समाज मेंहर्ष माहौल बना ओर उनका धन्यवाद भी दिया :: इन मुद्दों पर हुआ मंथन :: - जांगिड़, जांगिड़ ब्राह्मण या विश्वकर्मा या सूतार आदि सरनेम या गोत्र को देश भर में समान रूप से पिछड़ा या अन्य पिछड़ा वर्ग में स्थान मिले, इस पर सरकार से मांग को चरणबद्ध किया जाएगा। - राजस्थान और हरियाणा सरकार की तर्ज पर प्रत्येक राज्य में हर जिला स्तर पर बच्चों के रहने के लिए छात्रावास हॉस्टल के लिए जमीन और निर्माण के लिए राशि राज्य सरकारी प्रदान करें। - देश के प्रत्येक शहर में भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित हो उनके मंदिर का भी निर्माण किया जाए एवं हर प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र में भगवान विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र एरिया के नामकरण को भी प्रमुखता दी जाए। - जांगिड़ ब्राह्मण समाज में अगर कोई व्यक्ति दुर्घटना से पीड़ित रहता है तो उसे तत्काल 20,000 की आर्थिक सहायता समाज जनों द्वारा दी जाती है, राशि को बढ़ाने पर एक राय बनी। - समाज के 5000 से ज्यादा कमजोर आय वर्ग वाले विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है इसमें और अधिक लोगों को जोड़ने और उन तक सहायता पहुंचाने के साथ सहायता राशि को बढ़ाई जाएगी। - प्रमुख राजनीतिक दलों से मांग की जाएगी कि उनके समाज को उचित प्रतिनिधित्व प्रदान किया जाने की मांग को लगातार बुलंद करेंगे। - देशभर में मोहल्ला, तालुका, तहसील, जिला, संभाग और प्रदेश स्तर पर समाज के पदाधिकारी सरकार की विभिन्न योजनाओं के साथ सामाजिक उत्थान और कुरीतियां दूर करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे है और आगे भी इन्हें जमीनी स्तर से जोड़ कर मदद में सहयोगी बनेंगे। - घर-घर पौधारोपण पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। - अत्याधुनिक संसाधनों से कार्बन क्रेडिट बढ़ता जा रहा है ,बेहतर स्वास्थ्य को देखते हुए सौर ऊर्जा के विकल्प को ज्यादा से ज्यादा लोगों में अपने के लिए जागरूकता की पहल करेंगे और सोलर ऊर्जा के उपकरण अपने-अपने घरों पर लगाने का प्रयास भी जारी रहेगा। :: बिना डिग्री के इंजीनियर :: राष्ट्रीय पदाधिकारी की बैठक में अतिथि वक्ताओं ने यह कहा कि हमारे आराध्य भगवान विश्वकर्मा ने सृष्टि का रचना की है और हम सभी लकड़ी और फर्नीचर की अद्भुत कारीगरी के जन्मजात धनी है। हम बिना डिग्री के ही इंजीनियर हैं। यह भगवान विश्वकर्मा की कृपा से ही संभव है। :: 10 घंटे चला आयोजन :: अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा नई दिल्ली की राष्ट्रीय पदाधिकारी की बैठक रविवार को रवीन्द्र नाट्यगृह में सुबह ठीक 9 बजे शुरू हो गई थी, चार अलग-अलग सत्रों में शाम 7 बजे आयोजन का समापन किया गया। :: राजस्थानी साफा और तलवार भेट कर अभिनंदन :: इस आयोजन की खास बात यह रही की अतिथियों को मुख्य द्वार पर चंदन का तिलक लगाया गया और सभी पदाधिकारी और अतिथियों को राजस्थानी साफा, तलवार व मोमेंटो भेंट कर सम्मान भी किया गया। उमेश/पीएम/22 जून 2025