अन्य जिम्मेदारों पर भी लगाया गया उपेक्षापूर्ण कार्य करने का आरोप कोरबा (ईएमएस) कोरबा-पश्चिम में नगर पालिका परिषद बांकीमोंगरा के सीएमओ पर उपेक्षापूर्ण कार्य करने का आरोप अपराध दर्ज करने की मांग करते हुए वार्ड के लोगों में पुलिस से शिकायत की है। उन पर जानबूझकर उपेक्षा करने का आरोप लगाया गया है। मामले में लिखित आवेदन बांकीमोंगरा थाना में लेने से इंकार करने पर पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन दिया है। जिसमे कहा गया है कि नगर पालिका परिषद बांकीमोंगरा अंतर्गत मोंगरा बस्ती, वार्ड क्रं. 03 में भीमसेन मंदिर परिसर के समीप एक विशाल बरगद का सूखा पेड़ है। जो आबादी क्षेत्र में है, वह पूरी तरह से सूख चुका है। जिसके संबंध में नगर पालिका परिषद के सीएमओ को अनेकों बार पत्र व्यवहार किया गया। सुशासन तिहार में भी इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई। कई शिकायतों के बाद भी संबंधित अधिकारियों, पालिका सीएमओ द्वारा कोई कार्यवाही उक्त संबंध में नहीं कराई गई और खतरा की वजह बन चुका यह पेड़ शिकायत, आवेदन, आग्रह के बाद व खतरे को जानते हुए भी नहीं कटवाया गया। जिसमे सीएमओ सहित सुशासन तिहार के शिकायत समाधान अधिकारियों व जिम्मेदार कर्मचारियों की घोर लापरवाही, उदासीनता और संभावित दुर्घटनाओं की अनदेखी करते हुए किए गए उपेक्षा पूर्ण कृत्य के कारण 17 जून मंगलवार को उक्त सूखे बड़े पेड़ का एक हिस्सा टूटकर एक किसान मनोज दास उर्फ मंगलू दास पिता स्व. छतन दास के घर पर गिर गया। जिससे उसका पूरा मकान क्षतिग्रस्त हो गया, घर का पूरा सामान टूटकर क्षतिग्रस्त हो गया। जिसमे उसके नाबालिक पुत्र आलोक दास को चोटें आई है। इस घटना के बाद भी पेड़ को कटवाने में किसी भी प्रकार की रुचि नहीं दिखाई जा रही है, जिससे भविष्य में और भी घटनाएं इस पेड़ की वजह से घट सकती है। कहा गया हैं की वर्तमान में जो घटना घटी है, वह कोई प्राकृतिक आपदा नही बल्कि मानवीय घोर कर्तव्यगत लापरवाही का दुष्परिणाम है। इसके लिए पूर्ण रूप से नगर पालिका परिषद बांकी मोंगरा सीएमओ एवं संबंधित अन्य कर्मचारी जिम्मेदार हैं, क्योंकि उनकी जानकारी में ये बातें होते हुए भी उनके द्वारा इस गंभीर विषय पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। इस मामले में थाना प्रभारी से आग्रह किया गया हैं कि कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरतते हुए मानव जीवन व जन-धन पर संभावित खतरा देखने के बाद भी लगातार 5 महीने (जनवरी से आधा जून तक) से जानबूझकर उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाकर जन-धन पर संकट उत्पन्न करने वाले ऐसे दोषी अधिकारी पर विधिसम्मत कार्यवाही करें। साथ ही हुए नुकसान की भरपाई भी इनसे कराई जाए, क्योंकि सरकारी मदद के भरोसे ना तो घर ठीक हो पायेगा न गृहस्थी के सामान फिर से जोड़ना संभव है। अध्यक्ष ने दी तत्काल 5000 की मदद, घेराव रोकने की कवायद जिम्मेदारों की लापरवाही से नाराज और चिंतित वार्ड 3 के लोगों ने 18 जून को पालिका का घेराव और वहीं पर डेरा जमाने की बात कही थी। यह जानकारी होने के बाद इस प्रदर्शन को टालने की मंशा से भाजपा नेता सक्रिय हो गए और पालिकाध्यक्ष के साथ पूर्व् मंडल अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष व पालिका के अधिकारी मंगलू के टूटा घर झांकने पहुंचे। 5000 रुपये की मदद पालिकाध्यक्ष ने की और पटवारी बुलाकर नापजोख, नुकसानी का आंकलन कराया। राहत कितनी और किस हद तक मिलेगी, यह तो वक्त बताएगा। 23 जून / मित्तल