मुंबई(ईएमएस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष अजित पवार अपनी ही पार्टी के विधायक संग्राम जगताप के खिलाफ नाराज हैं। रिपोर्ट के अनुसार संग्राम जगताप के अल्पसंख्यक समुदाय पर विवादास्पद बयानों ने एनसीपी के भीतर तूफान खड़ा कर दिया है। इसके चलते अजित पवार ने मंगलवार को पुणे में हुई पार्टी की बैठक में संग्राम को कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद संग्राम ने इस बैठक में शामिल होने से भी इनकार कर दिया, जिससे अजित पवार का गुस्सा और भड़क गया। सूत्रों के मुताबिक यह विवाद एनसीपी और महायुति गठबंधन की एकता पर भी सवाल उठा रहा है। संग्राम जगताप ने हाल ही में एक सार्वजनिक सभा में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस बयान ने न केवल विपक्षी दलों बल्कि महायुति के सहयोगी दलों, खासकर बीजेपी और शिवसेना को भी असहज कर दिया। अजित पवार महायुति गठबंधन में एनसीपी की स्थिति को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस बयान को वह पार्टी की छवि के लिए नुकसानदेह मानते हैं। अजित पवार ने संग्राम को चेतावनी दी कि ऐसे बयान गठबंधन की एकता को कमजोर कर सकते हैं, खासकर तब जब स्थानीय निकाय चुनाव नजदीक हैं। संग्राम जगताप अहमदनगर से एनसीपी विधायक हैं। वह पहले भी विवादों में रहे हैं। 2023 में एक हत्याकांड के मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई थी, जिसमें उनके ससुर और बीजेपी विधायक शिवाजी कर्डिले भी शामिल थे। संग्राम का बैठक से गैरहाजिर रहना और उनके बयानों ने अजित पवार के धैर्य की परीक्षा ले ली है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि संग्राम का यह रवैया उनकी महत्वाकांक्षा और अजित पवार के नेतृत्व को चुनौती देने की कोशिश का संकेत हो सकता है। एनसीपी के भीतर यह तनाव तब आया है, जब पार्टी पहले से ही शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी (एसपी) के साथ बंटवारे और आगामी चुनावों की चुनौतियों का सामना कर रही है। अजित पवार की एनसीपी से कई नेता शरद पवार के खेमे में जा चुके हैं, जिसने उनकी स्थिति को कमजोर किया है। वीरेंद्र/ईएमएस/26जून2025