नई दिल्ली (ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को घाना की राजधानी अकरा के लिए रवाना हुए, जिससे उनकी पांच देशों की महत्वपूर्ण विदेश यात्रा की शुरुआत हुई। यह दौरा भारत की वैश्विक कूटनीति को नई दिशा देने और ग्लोबल साउथ तथा अटलांटिक के दोनों किनारों पर साझेदारी को मजबूत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। प्रधानमंत्री की इस यात्रा में घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया का दौरा शामिल है। उन्होंने इन सभी देशों को भारत की विदेश नीति के लिए अहम साझेदार बताया है, जिनसे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और बहुपक्षीय सहयोग के गहरे रिश्ते जुड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने रवाना होने से पहले अपने बयान में कहा कि वह घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के निमंत्रण पर 2 और 3 जुलाई को घाना का दौरा करेंगे। उन्होंने घाना को ग्लोबल साउथ में एक मूल्यवान साझेदार बताया, जो अफ्रीकी संघ और पश्चिम अफ्रीकी राज्यों के आर्थिक समुदाय (इकोवास) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने निवेश, ऊर्जा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और विकास साझेदारी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने की उम्मीद जताई और कहा कि घाना की संसद को संबोधित करना उनके लिए सम्मान की बात होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री 3 और 4 जुलाई को त्रिनिदाद और टोबैगो जाएंगे। उन्होंने इस देश को भारत के साथ गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों से जुड़ा बताया। पीएम मोदी ने उल्लेख किया कि भारतीय समुदाय लगभग 180 साल पहले पहली बार वहां पहुंचा था और यह दौरा पुश्तैनी रिश्तों को नया जीवन देने का अवसर होगा। उन्होंने राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला परसाद-बिसेसर से मुलाकात का भी कार्यक्रम तय किया है। त्रिनिदाद और टोबैगो के बाद प्रधानमंत्री मोदी अर्जेंटीना के लिए रवाना होंगे। यह दौरा 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला द्विपक्षीय दौरा होगा। अर्जेंटीना को उन्होंने लैटिन अमेरिका में एक प्रमुख आर्थिक साझेदार और जी20 में भारत का करीबी सहयोगी बताया। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति जेवियर माइली से फिर मुलाकात करेंगे और कृषि, महत्वपूर्ण खनिज, ऊर्जा, व्यापार, पर्यटन, प्रौद्योगिकी और निवेश जैसे क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को आगे बढ़ाएंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री 6 और 7 जुलाई को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि भारत, एक संस्थापक सदस्य के रूप में, ब्रिक्स को उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग का एक अहम मंच मानता है और इस मंच के जरिए एक शांतिपूर्ण, समान, न्यायपूर्ण और बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के निर्माण के लिए प्रयास करता है। मोदी ने यह भी बताया कि वह ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात करेंगे और ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया में लगभग छह दशकों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री के पहले राजकीय दौरे के तहत राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा से भी मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का अंतिम पड़ाव नामीबिया होगा। उन्होंने नामीबिया को एक भरोसेमंद साझेदार बताया और कहा कि वह राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा से मुलाकात कर दोनों देशों के लोगों और व्यापक ग्लोबल साउथ के लिए सहयोग का एक नया रोडमैप तैयार करने को उत्सुक हैं। वह नामीबियाई संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने भरोसा जताया कि यह पांच देशों की यात्रा ग्लोबल साउथ में भारत की दोस्ती को और मजबूत करेगी, अटलांटिक के दोनों किनारों पर साझेदारी को गहरा करेगी और ब्रिक्स, अफ्रीकी संघ, इकोवास और कैरीकॉम जैसे मंचों पर भारत की भागीदारी को बढ़ाएगी। डेविड/ईएमएस 02 जुलाई 2025