अहमदाबाद (ईएमएस)| राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने आज वर्चुअल माध्यम से हरियाणा के कुरूक्षेत्र के केंथला में गुरुकुल के प्राकृतिक कृषि फार्म में लाला ज्योति प्रसाद गौशाला, नस्ल सुधार एवं अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया। गुरुकुल कुरुक्षेत्र न केवल युवाओं के चरित्र निर्माण और भविष्य निर्माण में अग्रणी है, बल्कि एक सशक्त राष्ट्र और जागरूक समाज के निर्माण की दिशा में भी उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि गुरुकुल कुरुक्षेत्र गौ नस्ल सुधार के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां विदेशी नस्ल की गायें औसतन 53 लीटर दूध देती हैं, वहीं दूसरी ओर गौ नस्ल सुधार के क्षेत्र में गुरुकुल कुरुक्षेत्र बहुत महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। देशी गायें भी प्रतिदिन 22 लीटर का रिकॉर्ड दूध उत्पादन कर रही हैं। यह उपलब्धि दर्शाती है कि उचित नस्ल सुधार और वैज्ञानिक प्रजनन के साथ, देशी गायें भी रिकॉर्ड दूध उत्पादन कर सकती हैं। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बहुत कम कीमत पर सेक्स सॉर्टेड सीमन को पूरे देश में उपलब्ध कराया है, जिससे बछड़े के जन्म की संभावना बढ़ जाती है। इतना ही नहीं, इस विधि से गायें अधिक दूध दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि गुरुकुल कुरुक्षेत्र द्वारा शुरू किया गया प्राकृतिक खेती और गौ नस्ल सुधार का यह संयुक्त अभियान देशभर में एक नई कृषि क्रांति का सूत्रपात करेगा। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने नवनिर्मित गौशाला के लिए बधाई दी तथा कहा कि आज लोग देशी गायों की उपयोगिता को भूलते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि प्राकृतिक खेती में देशी गाय के गोबर और गौमूत्र का उपयोग किया जाए तो किसान गुणवत्तापूर्ण अनाज, फल और सब्जियां उगाकर आर्थिक रूप से समृद्ध हो सकते हैं, साथ ही गायों की स्थिति में भी सुधार होगा। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की कि यह नवनिर्मित गौशाला भारत की ऐतिहासिक एवं उन्नत गौशाला बनेगी। यहां गिर, राठी, लाल सिंघी, थारपारकर, हरियाणी एवं साहीवाल जैसी देशी नस्लों का सुधार एवं अनुसंधान किया जाएगा। उन्नत नस्लों को पशुपालकों के लिए दूध उत्पादन बढ़ाने में लाभकारी बनाया जाएगा। सतीश/02 जुलाई