05-Jul-2025
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बागपत(ईएमएस)। भारतीय नौसेना के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में आस्था पुनिया का नाम दर्ज हो गया है। क्योंकि उसी में बल को सब-लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया के रूप में अपनी पहली महिला फाइटर पायलट मिल गई हैं। वह रूसी मूल के नौसेना के मिग-29 के जैसे उन्नत लड़ाकू विमान को उड़ाएंगी। जिससे सीमा पार बैठे दुश्मन भारत के खिलाफ किसी तरह की कोई गुस्ताखी करने की हिमाकत नहीं करेंगे। नौसेना प्रवक्ता कैप्टन विवेक मधवाल ने बताया कि सब-लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया ने विशाखापट्टनम स्थित नौसेना के आईएनएस डेगा अड्डे पर द्वितीय बेसिक हॉक कन्वर्जन कोर्स के तहत अपना प्रशिक्षण (हॉक-132 प्रशिक्षण विमान) पूरा किया है। उन्हें असिस्टेंट चीफ ऑफ नेवल स्टॉफ (एयर) रियर एडमिरल जनक बेवली ने प्रतिष्ठित विंग्स ऑफ गोल्ड प्रदान किए हैं। कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट अतुल कुमार ढुल को भी यह सम्मान प्राप्त हुआ है। बता दें कि नौसेना ने वर्ष 2022 में अपनी पनडुब्बी सहित अन्य जंगी शाखाओं को महिलाओं के लिए भी खोल दिया था। जिसके बाद अब कई महिलाएं युद्धपोतों और अन्य युद्धक इकाइयों में मजबूती के साथ अपनी सेवाएं दे रही हैं। नौसेना से पहले वायुसेना में महिलाएं लड़ाकू विमान पायलट के रूप में भर्ती की गई थीं। सशस्त्र सेनाओं में महिलाओं की कुल अनुमानित संख्या 11 हजार है। मूलरूप से आस्था पूनिया उत्तर प्रदेश के बागपत की रहने वाली हैं। उनकी इस कामयाबी को उनके गांव में भी खुशी का माहौल है। वहीं, नौसेना ने कहा कि सब-लेफ्टिनेंट पूनिया की नियुक्ति विमानन शाखा में लैंगिग समानता के साथ नारी शक्ति को बढ़ावा देने की बल की प्रतिबद्धता को साफ तौर पर प्रदर्शित करती है। नौसेना पहले ही अपने बहुआयामी विमानों, हेलिकॉप्टरों पर महिला अधिकारियों को बतौर पायलट और नौसैन्य अभियान में तैनात कर चुकी है। वीरेंद्र/ईएमएस/05जुलाई2025