मुंबई, (ईएमएस)। आखिरकार आज वह दिन आ ही गया जिसका सभी को इंतजार था। यानी राज और उद्धव ठाकरे एक साथ आए। कई सालों से मराठी समुदाय की यही ख्वाहिश थी। शनिवार को यह ख्वाहिश पूरी हो गई। ठाकरे बंधु मराठी के मुद्दे पर साथ आए, लेकिन वे यूं ही नहीं आए, बल्कि बड़े पैमाने पर आए। शनिवार को मुंबई के वर्ली डोम में ठाकरे बंधुओं द्वारा मराठी विजय समारोह का आयोजन किया गया था। उससे पहले राज और उद्धव ठाकरे की मंच पर भव्य एंट्री हुई और पूरे महाराष्ट्र में खुशी का माहौल बन गया। दोनों ठाकरे के साथ आने से पहले डोम की सभी लाइटें बंद कर दी गईं। दोनों पर फॉलो-अप लाइटें चमकाई गईं। बैकग्राउंड में कौन आया, कौन आया...महाराष्ट्र का शेर आया... गाना बज रहा था। इस समय पूरा वर्ली डोम कोतुहल भरा नजारा रहा। दरअसल मराठी के मुद्दे पर 19 साल बाद मुंबई के वर्ली में विजय रैली में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे एक साथ मंच पर नजर आए। हिंदी अनिवार्य नियम आदेश रद्द होने के बाद शनिवार को मुंबई में ठाकरे बंधुओं की विजय रैली हुई। इस रैली की शुरुआत में राज ठाकरे ने भाषण दिया। फिर उनके बड़े चचेरे भाई उद्धव ठाकरे ने भी भाषण दिया। दोनों ने मराठी के मुद्दे पर सरकार को घेरा और जवाब मांगा। दो दशक से एक-दूसरे से दूरी रखने वाले राज और उद्धव ठाकरे के परिवार शनिवार को एक साथ एक मंच पर नजर आए। कार्यक्रम के समापन के बाद राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने राजनीति क्षेत्र के सभी बड़े नेताओं को मंच पर बुलाया। उनका आभार जताया और उनकी शुभकामनाएं स्वीकार कीं। उसके बाद राज और उद्धव के परिवार भी एक ही मंच पर आए और एक शानदार फैमिली फोटो देखने को मिली। राज ठाकरे की पत्नी शर्मिला ठाकरे, बेटे अमित ठाकरे, बहू मिताली ठाकरे और उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे, बेटे आदित्य और तेजस ठाकरे सभी एक साथ खड़े हुए और एक पारिवारिक तस्वीर के लिए पोज दिए। इस बीच, भाषण की शुरुआत में राज ठाकरे ने अपने खास ठाकरे अंदाज में राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की कड़ी आलोचना की। राज ठाकरे ने कहा कि जो बालासाहेब नहीं कर सके, दूसरे नहीं कर सके, वह देवेंद्र फडणवीस ने किया और हमें साथ लाया। भाषण के बाद उद्धव ने राज की तारीफ की। राज ने अपना दमदार भाषण खत्म करने के बाद बैठने चले गए। उस समय उद्धव ठाकरे ने राज की जमकर तारीफ की। पिछले कुछ सालों से एक-दूसरे की आलोचना कर रहे ठाकरे भाइयों के बीच प्यार साफ नजर आया। इसमें पहले तो राज ठाकरे अपनी कुर्सी पर जाकर बैठ गए। उस समय उद्धव ने उनसे हाथ मिलाया। इसके तुरंत बाद उन्होंने उनसे कुछ कहा और अंत में उन्होंने सराहना में राज की पीठ थपथपाई। * वर्ली डोम के बाहर भारी भीड़ शिवसेना (ठाकरे गुट) और मनसे कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ वर्ली डोम के प्रवेश द्वार पर जमा हो गई। वर्ली डोम पूरी तरह से खचाखच भर गया और कई कार्यकर्ता आक्रामक तरीके से अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे। इतना ही नहीं बढ़ीं संख्या में कार्यकर्ता हॉल में प्रवेश करने के लिए डोम के बाहर इंतजार कर रहे थे। इस वजह से वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि गेट पर भारी पुलिस बल तैनात थी। साथ ही, किसी भी अप्रिय घटना या भगदड़ को रोकने के लिए वर्ली डोम क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। संतोष झा- ०५ जुलाई/२०२५/ईएमएस