07-Jul-2025
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:: हरदोई के स्वामी पूर्णेश्वरानंद, गोधरा की साध्वी परमानंदा, वृंदावन के स्वामी विश्वात्मानंद एवं नैमिषारण्य के पुरुषोत्तमानंद आएंगे :: इंदौर (ईएमएस)। गीता भवन में चातुर्मास अनुष्ठान का शुभारंभ गुरू पूर्णिमा, 10 जुलाई से होगा। इस बार चातुर्मास के दौरान गीता भवन के भक्तों को देश के चार प्रख्यात संतों का सानिध्य मिल सकेगा। इनमें वर्तमान में गत 3 जुलाई से महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती के सानिध्य में चल रहे भागवत ज्ञान यज्ञ के बाद 10 जुलाई को गुरू पूर्णिमा के उपलक्ष्य में सुबह 10.30 बजे से उनके सानिध्य में पाद पूजन का आयोजन होगा। इसके बाद 11 जुलाई से चातुर्मास की अवधि 15 सितम्बर तक देश के चार प्रमुख संतों के प्रवचनों की नियमित अमृत वर्षा होगी। गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष राम ऐरन, मंत्री रामविलास राठी एवं मनोहर बाहेती ने बताया कि 11 से 15 जुलाई तक नैमिषारण्य, हरदोई (उ.प्र.) से आचार्य स्वामी पूर्णेश्वरानंद सरस्वती के प्रवचन होंगे। वे प्रतिदिन सुबह 9 से 10 बजे तक एवं शाम को 5.30 से 6 बजे तक विभिन्न सामयिक विषयों पर प्रवचन करेंगे। उनके बाद 16 से 31 जुलाई तक भगवती स्वरूपा साध्वी परमानंद सरस्वती (गोधरा गुजरात) के मुखारविंद से प्रतिदिन सुबह 9 से 10 और शाम को 5.30 से 6.30 बजे तक प्रवचनों की अमृत वर्षा होगी। तीसरे क्रम पर 1 अगस्त से 30 अगस्त तक वृंदावन के स्वामी विश्वात्मानंद महाराज आएंगे और प्रतिदिन सुबह 9 से 10 तथा शाम 5.30 से 6.30 बजे तक दैनिक जीवन के लिए उपयोगी विषयों पर प्रवचन करेंगे। चौथे संत स्वामी पुरुषोत्तमानंद सरस्वती महाराज नैमिषारण्य से आएंगे और वे 1 से 5 सितम्बर तक सुबह 9 से 10 और शाम 5.30 से 6.30 बजे तक अपने प्रवचनों की अमृत वर्षा करेंगे। गीता भवन में चातुर्मास के दौरान श्रावण मास के चारों सोमवार को विद्वान ब्राह्मणों द्वारा सुबह दैनिक प्रवचन के पश्चात 10.30 बजे से भगवान शिव का रूद्राभिषेक किया जाएगा। इसके अलावा श्रावण मास में आने वाले सभी त्योहार भी गीता भवन में परंपरानुसार धूमधाम से मनाए जाएंगे। प्रकाश/7 जुलाई 2025 संलग्न चित्र - (1) आचार्य स्वामी पूर्णेश्वरानंद सरस्वती, (2) साध्वी परमानंदा सरस्वती, (3) स्वामी विश्वात्मानंद महाराज, (4) स्वामी पुरुषोत्तमानंद सरस्वती महाराज।