-अमेरिकी साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की नई रिपोर्ट में हुआ खुलासा -सफल और संतुलित जीवन के लिए आत्म-जागरूकता से लेकर उद्देश्य तक की भूमिका होती है अहम वाशिंगटन (ईएमएस)। क्या आपने कभी सोचा है कि किन गुणों की वजह से कोई व्यक्ति आत्मविश्वासी, प्रभावशाली और मानसिक रूप से संतुलित नजर आता है? अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन (एपीए) ने हाल ही में एक अध्ययन में ऐसे 6 प्रमुख गुणों की पहचान की है जो किसी व्यक्ति के ठोस यानी स्थिर, सशक्त और संतुलित व्यक्तित्व में योगदान करते हैं। इन गुणों को एपीए ने सफलता और मानसिक भलाई के लिए जरूरी करार दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, जो व्यक्ति इन गुणों को विकसित करता है, वह न केवल खुद को बेहतर तरीके से समझता है, बल्कि समाज और संबंधों में भी सकारात्मक भूमिका निभाता है। ऐसे ही 6 अहम गुणो में आत्म-जागरूकता : व्यक्ति को अपनी भावनाओं, विचारों और व्यवहारों को पहचानने और समझने की क्षमता। यह मानसिक संतुलन और आत्म-नियंत्रण की पहली सीढ़ी है। आत्म-स्वीकृति: अपनी खूबियों और कमियों को खुले दिल से स्वीकार करना। यह गुण आत्म-सम्मान को मजबूत बनाता है। प्रामाणिकता: दूसरों के सामने ईमानदारी और सच्चाई से पेश आना। यह व्यक्तिगत और सामाजिक संबंधों में पारदर्शिता लाता है। संबंधपरकता: दूसरों के साथ सार्थक और गहरे संबंध बनाना तथा उन्हें बनाए रखना। यह व्यक्ति को सामाजिक रूप से जुड़ा हुआ और संतुलित बनाता है। उद्देश्य: जीवन में एक साफ लक्ष्य और दिशा तय करना। उद्देश्य व्यक्ति को मोटिवेशन और आशा से भरता है। विकास: लगातार सीखते रहने और खुद को बेहतर बनाने की ललक। यह गुण जीवन के हर मोड़ पर व्यक्ति को लचीलापन और नवीनता प्रदान करता है। क्यों जरूरी हैं ये गुण? एपीए का मानना है कि इन गुणों के समुचित विकास से व्यक्ति अधिक आत्मविश्वासी, संतुलित और खुशहाल जीवन जी सकता है। बदलते सामाजिक, पारिवारिक और कार्यस्थल के दबावों के बीच ये गुण मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मददगार साबित होते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो इन गुणों को बचपन से ही शिक्षा और पारिवारिक वातावरण में शामिल किया जाना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियां खुशहाली के साथ ही अधिक संवेदनशील, समझदार और जिम्मेदार बन सकें। हिदायत/ईएमएस 12 जुलाई 2025