- सेंसेक्स और निफ्टी में एक फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई मुंबई (ईएमएस)। भारतीय शेयर बाजार में लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट का दौर जारी रहा। इस सप्ताह निवेशकों के मन में अमेरिका की टैरिफ योजना को लेकर बनी अनिश्चितता, अर्निंग सीजन की निराशाजनक शुरुआत और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने में हो रही देरी ने बाजार में अस्थिरता पैदा कर दी। इन कारणों से प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में एक फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। साप्ताहिक कारोबार के दौरान सोमवार को सेंसेक्स 170 अंक गिरकर 83,262 के स्तर पर खुला, हालांकि कारोबार के अंत तक इसमें मामूली सुधार हुआ और यह 83,442 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 53 अंक गिरकर 25,407 पर खुला और बाद में थोड़ा ऊपर 25,461 पर बंद हुआ। मंगलवार को भी दोनों सूचकांक गिरावट में खुले लेकिन दिन के अंत में सेंसेक्स 270 अंक की बढ़त के साथ 83,712 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 61 अंक की बढ़त लेकर 25,522 पर पहुंचा। बुधवार को वैश्विक बाजार के मिले-जुले रुख और टैरिफ अनिश्चितता के कारण बाजार में सतर्कता रही। सेंसेक्स शुरुआत में बढ़त के बावजूद अंत में 176 अंक गिरकर 83,536 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी भी 46 अंक नीचे 25,476 पर बंद हुआ। गुरुवार को हल्की गिरावट के साथ शुरुआत हुई और सेंसेक्स 345 अंक या 0.41 प्रतिशत गिरकर 83,190 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 120 अंक नीचे 25,355 पर बंद हुआ। सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजार में भारी दबाव रहा। सेंसेक्स 689 अंक गिरकर 82,500 के स्तर पर बंद हुआ, जो 0.83 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है। निफ्टी भी 205 अंक की गिरावट के साथ 25,149 पर बंद हुआ। कुल मिलाकर इस सप्ताह बाजार में निवेशकों की बेचैनी और सतर्कता देखने को मिली, जिसका कारण वैश्विक व्यापार अस्थिरता और घरेलू आर्थिक संकेतकों की कमजोर स्थिति रही। निवेशकों के लिए फिलहाल सतर्क रहना और आर्थिक नीतियों पर नजर बनाए रखना जरूरी है। सतीश मोरे/12जुलाई ---