नई दिल्ली (ईएमएस)। 12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमानके दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा है कि यह रिपोर्ट केवल प्रारंभिक है और इसके आधार पर कोई निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, हमें अंतिम रिपोर्ट का इंतज़ार करना चाहिए। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, उड़ान के तीन सेकंड बाद दोनों इंजनों की ईंधन आपूर्ति स्विच रन से कटऑफ स्थिति में चला गया, जिसके कारण इंजनों की शक्ति बंद हो गई। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह मानवीय त्रुटि, यांत्रिक खराबी, या इलेक्ट्रॉनिक गड़बड़ी के कारण हुआ। पायलटों ने उड़ान के दौरान मेडे कॉल किया था, लेकिन विमान को बचाने का समय नहीं मिला। मंत्री नायडू ने कहा कि जांच स्वतंत्र है और सरकार इसका समर्थन कर रही है। उन्होंने भारत के पायलटों और चालक दल को विश्व के सर्वश्रेष्ठ बताते हुए कहा कि अंतिम निष्कर्षों तक इंतज़ार करना चाहिए। दूसरी ओर, केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने भी कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर कुछ भी ठोस कहना सही नहीं होगा। इस हादसे में बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर शामिल था, जो 2014 से एयर इंडिया के बेड़े में था। बोइंग ने जांच में सहयोग की बात कही है। यह भारत के सबसे घातक विमान हादसों में से एक है, और जांच का अंतिम परिणाम आने पर ही कारण स्पष्ट होंगे। सुबोध\१२\०७\२०२५