राष्ट्रीय
14-Jul-2025
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-जांच पूरी हुए बिना पायलट पर इल्जाम लगाना सही नहीं नई दिल्ली,(ईएमएस)। अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर आई विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की शुरुवाती रिपोर्ट चर्चा में है। रिपोर्ट में विमान हादसे के पीछे फ्यूट कटऑफ का अंदेशा जाहिर किया गया है, इसपर पायलट यूनियन का गुस्सा भड़क गया है। एअरलाइन पायलट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एलएपीए) ने प्लेन क्रैश की जांच में शामिल करने की मांग की है। भारतीय वाणिज्यिक पायलट संघ (आईसीपीए) ने पायलट के द्वारा विमान का फ्यूल कटऑफ करने वाली थ्यौरी की कड़ी निंदा की है। आईसीपीए का कहना है कि जांच पूरी हुए बिना पायलट पर इस तरह से इल्जाम लगाना सही नहीं है। पायलट की आत्महत्या का आरोप पूरी तरह से निराधार है। आईसीपीए के अनुसार, विमान हादसे के बाद मीडिया और लोगों के बीच जिस तरह की बातें चल रही हैं, उससे हम बेहद दुखी हैं। पायलट के द्वारा आत्महत्या का यह आरोप बकवास और निराधार है। इस तरह के दावों का कोई आधार नहीं है। प्रारंभिक जांच और अधूरे आंकड़ों के आधार पर इसतरह के इल्जाम लगाना न सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना हरकत है बल्कि उनके परिवार के प्रति भी असंवेदनशीलता को दिखाते हैं। वहीं एअरलाइन पायलट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एलएपीए) ने प्लेन क्रैश जांच में शामिल होने की मांग की है। एलएपीए 800 एअरलाइंस और हेलीकॉप्टर कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती है। साथ ही संस्था इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एअरलाइन पायलट्स एसोसिएशन (आईएफएएलपीए) से जुड़ी है। वहीं, दुनिया के 100 देशों के 1 लाख पायलट आईएफएएलपीए के सदस्य हैं। एलएपीए-इंडिया के अध्यक्ष सैम थॉमस ने बताया कि एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट वेबसाइट पर डाल दी गई। उस पर किसी के हस्ताक्षर नहीं थे। हम पारदर्शिता चाहते हैं। हम चाहते हैं कि जांच टीम में हमारे प्रतिनिधि को भी शामिल किया जाए। थॉमन के अनुसार, जांच की गोपनीयता से हम हैरान हैं। हमें लगता है कि जांच में पायलट्स को प्लेन क्रैश के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। हम इसके सख्त खिलाफ हैं। आशीष दुबे / 14 जुलाई 2025