आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए और अधिक गाड़ियों की व्यवस्था करे एमसीडी दिल्ली में आवारा कुत्तों की जनगणना होनी चाहिए - गोयल नई दिल्ली (ईएमएस)। पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने बताया कि अब आवारा कुत्तों द्वारा प्रताड़ित किए जाने और काटने की शिकायत दिल्ली में दिल्ली नगर निगम की एक ही हैल्प लाईन नंबर पर की जा सकेगी। आवारा कुत्तों की समस्या पर महापौर राजा इकबाल सिंह, स्टैंडिंग कमेटी की चैयरमेन सत्या शर्मा और कमीशनर अश्वनी कुमार के साथ उनकी एक बैठक हुई, जिसमें इस बात पर सहमति हुई कि अलग-अलग जोन के कंट्रोल रूम के टेलीफोन पर शिकायत की जगह एक सेंट्रल हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाए। गोयल ने बताया कि शीघ्र ही दिल्ली नगर निगम इस नंबर को जारी करेगी। अभी आवारा कुत्तों के काटने की शिकायत दर्ज कराने के लिए नगर निगम ने 12 जोन के नंबर प्रसारित कर रखे हैं। पहले तो नागरिकों को यही पता नहीं होता था कि उनका मकान किस जोन में आता है और फिर उस जोन का नंबर क्या है। इसलिए बहुत से लोग आवारा कुत्तों के काटने की शिकायत ही नहीं कर पाते थे। अब एक नंबर होने से लोग आसानी से अपनी शिकायत दर्ज कर सकेंगे और यह शिकायत कम्प्यूटराइज्ड भी हो जाएगी। गोयल ने कहा कि उन्होंने मीटिंग में आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए नगर निगम से और अधिक गाड़ियों का प्रस्ताव रखा। दिल्ली में प्रतिदिन लगभग 2000 घटनाएं कुत्तों के काटने की सामने आ रही हैं, जो स्पष्ट रूप से एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट की ओर संकेत करती है। रेबीज जैसी घातक बीमारी के प्रसार का भी कुत्तों के काटने से खतरा बना रहता है। भारत में प्रतिवर्ष लगभग 20,000 लोग रेबीज से मारे जाते हैं। गोयल ने यह भी मांग की है कि दिल्ली में आवारा कुत्तों की जनगणना होनी चाहिए। जो अत्यधिक आक्रामक कुत्ते हैं और जो काट चुके हैं, उन आवारा कुत्तों के लिए अलग से एक बाड़ा बनाया जाना चाहिए। गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए एबीसी रूल्स (Animal Birth Control Rules) में RWAs संशोधन चाहती है। एक अनुमान के अनुसार देश भर में 12 करोड़ से अधिक आवारा कुत्ते हैं। अकेले दिल्ली में ही इनकी संख्या 12 लाख से अधिक है। गोयल लगातार आवारा कुत्तों की समस्या पर आन्दोलन चला रहे हैं, पर अभी तक दिल्ली सरकार या एमसीडी का ध्यान इस ओर गया नहीं है।