- मनचाहा एडमिशन दिलाने के लिए बिचौलिए सक्रिय भोपाल (ईएमएस)। मप्र में नीट यूजी स्टेट लेवल काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 21 जुलाई से रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल खोल दिया गया है। नीट काउंसलिंग शुरू होते ही, जालसाज सक्रिय हो गए हैं, जिसके कारण चिकित्सा शिक्षा निदेशालय ने एक एडवाइजरी जारी की है। डीएमई ने छात्रों और अभिभावकों को आगाह किया है कि वे किसी भी बिचौलिए या दलाल के झांसे में न आएं जो काउंसलिंग प्रक्रिया में मदद करने के नाम पर पैसे की मांग करते हैं। दरअसल, हर साल काउंसलिंग शुरू होते ही बिचौलिए छात्रों को मनचाहा एडमिशन दिलाने के लिए सक्रिय हो जाते हैं और ठगी करते हैं। गौरतलब है कि मप्र चिकित्सा शिक्षा विभाग एमपी नीट यूजी काउंसलिंग 2025 के पहले राउंड के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 21 जुलाई से शुरू कर दी है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 29 जुलाई है। रिक्त सीटों पर आपत्तियों का भी निपटारा 29 जुलाई को किया जाएगा। इसके बाद आपत्तियों का निपटारा और अंतिम रिक्तियों की सूची 30 जुलाई को जारी होगी। फिर चॉइस फिलिंग और लॉकिंग की प्रक्रिया 31 जुलाई से 4 अगस्त तक चलेगी।पहली राउंड की काउंसलिंग का सीट अलॉटमेंट रिजल्ट 6 अगस्त को जारी होगा। फिर कैंडिडेट अलॉट हुए मेडिकल/डेंटल कॉलेज में डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन और एडमिशन के लिए 7 अगस्त से 11 अगस्त तक रिपोर्ट कर सकेंगे। डीएमई ने छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी है कि वे किसी भी ऐसे व्यक्ति पर भरोसा न करें जो काउंसलिंग प्रक्रिया में मदद करने का वादा करता है और इसके लिए पैसे मांगता है। पहले दिन तीन हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन बताया जा रहा है पहले दिन तीन हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। इस बीच संचालक चिकित्सा शिक्षा ने छात्र व छात्राओं के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वह किसी भी फोन कॉल या विज्ञापन के झांसे में न आएं। दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया और अंजान फोन नंबर के जरिए मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस और बीडीएस सीट दिलाने का दावा किया जा रहा है। इसमें कैंडिडेट से लाखों रुपए के बदले में सीट देने की गारंटी है। ऐसी कई शिकायतें पूर्व में भी सामने आ चुकी हैं। ऐसे ही मामलों को देखते हुए संचालनालय ने एडवाइजरी जारी की है। चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने काउंसलिंग नियमों में स्पष्ट किया है कि सैनिक कोटा के तहत दिए जाने वाले आरक्षण में सिर्फ थल, जल और नौ सेना के लोगों को ही लाभ दिया जाता है। इसके अलावा किसी भी प्रकार के पैराफोर्सेस जैसे सीआरपीएफ, बीएसएफ को इस आरक्षण का लाभ नहीं है। अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि सभी अभ्यर्थी अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नबंर, ईमल आईडी, रोल नबंर, नीट एप्लीकेशन नबंर, बैंक डिटेल इत्यादि किसी भी अन्य व्यक्ति और क्योस्क आदि से साझा न करें। धोखाधड़ी से बचने अभ्यर्थी किसी भी दलाल, काउंसलर के झांसे में न आएं। सीट आवंटन का आधार केवल और केवल अभ्यर्थी द्वारा काउंसिलिंग के समय भरी गई च्वाइस फिलिंग एवं उसकी नीट मेरिट है। काउंसिलिंग के लिए प्रोफाइल बनाते समय यह सुनिश्चित करें कि स्वयं का रजिस्टर्ड मोबाइल नबंर, ईमल आईडी तथा बैंक डिटेल की प्रविष्टि सही हो। समस्त ओटीपी दर्ज किए गए मोबाइल नबंर एवं ईमेल आईडी पर भेजे जाते हैं। एमबीबीएस कोर्स के लिए 29 कॉलेजों नीट यूजी स्टेट लेवल काउंसलिंग के पहले चरण में एमबीबीएस कोर्स के लिए 29 कॉलेजों को शामिल किया गया है। जबकि पिछले सत्र में कॉलेजों की संख्या 30 थी। इस बार इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज को काउंसलिंग शुरू होने से एक दिन पहले सूची से हटा दिया गया है। इस कॉलेज में एमबीबीएस की 250 सीटें हैं। इसके अलावा एलएन मेडिकल कॉलेज इंदौर की 50 सीटें कम कर दी गई हैं। इस तरह कुल 300 सीटें कम हो गई हैं। अब काउंसलिंग में 17 सरकारी और 12 निजी मेडिकल कॉलेज रह गए हैं। सभी 29 कॉलेजों अब एमबीबीएस सीटों की संख्या 4575 रह गई है। हालांकि अभी संचालनालय द्वारा फाइनल सीट चार्ट जारी नहीं किया गया है। अंतिम चार्ट 29 जुलाई को जारी किया जाएगा। संचालनालय के अधिकारियों ने बताया कि इस बार काउंसलिंग में किसी नए कॉलेज के आने की उम्मीद कम है, इस आधार पर सीटें बढऩा भी मुश्किल है। सरकारी कॉलेजों में 2425 सीटें नीट काउंसलिंग में जिन कॉलेजों को शामिल किया गया है उनमें सरकारी कॉलेज में सीटों की संख्या 2425 है। जिनमें जीएमसी भोपाल में 250 सीट, गजराराजा ग्वालियर 200, एमजीएम इंदौर 250, एनएससीबी जबलपुर 250,एसएस रीवा 150, बुंदेलखंड सागर 125,मेडिकल कॉलेज रतलाम 180, एबीएमसी, विदिशा 180, मेडिकल कॉलेज दतिया 120, मेडिकल कॉलेज खंडवा 120, मेडिकल कॉलेज शहडोल 100, मेडिकल कॉलेज छिंदवाड़ा 100, मेडिकल कॉलेज शिवपुरी 100, मेडिकल कॉलेज सतना 150, मेडिकल कॉलेज मंदसौर 50, मेडिकल कॉलेज सिवनी 50 और मेडिकल कॉलेज नीमच 50 में सीट शामिल हैं। वहीं निजी मेडिकल कॉलेजों में 2150 सीट हैं। जिसमें पीपुल्स भोपाल 250, एलएन भोपाल 250, चिरायु भोपाल 250, अरबिंदो इंदौर 250, आडीगाडी उच्चैन150, आरकेडीएफ भोपाल 150, अमलतास, देवास 250, एलएनसीटी इंदौर 100, सुख सागर कॉलेज जबलपुर 150, महावीर मेडिकल कॉलेज 150, रामकृष्ण कॉलेज भोपाल 150, सत्य सांई कॉलेज सीहोर 50 में सीटें हैं। विनोद / 22 जुलाई 25