22-Jul-2025


(आणंद) GCMMF को मिला नया अध्यक्ष: अशोक चौधरी अगले ढाई साल तक संभालेंगे कमान आणंद (ईएमएस)| गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (GCMMF) को आज नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष मिल गए। दूधसागर डेयरी के अध्यक्ष अशोक चौधरी को (GCMMF) का नया अध्यक्ष चुना गया है। वहीं, गोपाल डेयरी, राजकोट के गोरधन धमेलिया को उपाध्यक्ष चुना गया है। आणंद में सहकारी क्षेत्र में ख्याति प्राप्त कर चुकी अमूल का विपणन कर रहे वर्तमान अध्यक्ष शामल पटेल और उपाध्यक्ष वालमजी हुम्बल का ढाई वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद आज गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (GCMMF) के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव हुआ। दूधसागर डेयरी के अध्यक्ष अशोक चौधरी को (GCMMF) का नया अध्यक्ष चुना गया है। वहीं, गोपाल डेयरी, राजकोट के गोरधन धमेलिया को उपाध्यक्ष चुना गया है। वह अगले ढाई साल तक इस पद पर रहेंगे। गौरतलब है कि गुजरात प्रदेश भाजपा संगठन महामंत्री रत्नाकरजी ने कुछ समय पहले मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और तब उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र से डेयरी का नेतृत्व उन्हें सौंपने का फैसला किया था। (GCMMF) के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के नामों पर मुहर लगने के साथ ही ऐसा लग रहा है कि भाजपा ने कहीं न कहीं शामल पटेल के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है। अब अगले 6 महीने यानी अगली दिवाली तक होने वाले चुनावों में बदलाव हो सकता है। सुबह करीब 11 बजे भाजपा के संगठन महामंत्री रत्नाकरजी और सहकारिता मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मुलाकात की। इसके बाद उपरोक्त दोनों नामों पर मुहर लगी। उल्लेखनीय है कि आज यानी 22 जुलाई को सुबह 11 बजे शुरू होने वाला चुनाव करीब 11:30 बजे शुरू हुआ, जिसमें इन दोनों नामों की घोषणा की गई। अमूल फेडरेशन के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में गुजरात के 18 डेयरी यूनियनों के अध्यक्ष, जो फेडरेशन के सदस्य यूनियन हैं, (GCMMF) के प्रबंध निदेशक और जिला रजिस्ट्रार द्वारा वोट डाले जाते हैं। जिसमें दुग्ध व्यवसाय के आधार पर डेयरी संघों के मतों का निर्धारण होता है। हालाँकि, महासंघ की स्थापना से लेकर अब तक चुनावों में कभी भी मतदान की आवश्यकता नहीं पड़ी, क्योंकि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव बोर्ड के सदस्य, जो मतदाता होते हैं, सर्वसम्मति से करते हैं। अमूल ब्रांड के तहत दूध और दुग्ध उत्पादों का विपणन करने वाली (GCMMF) का वार्षिक कारोबार 90,000 करोड़ रुपये का है। हर साल चुनाव के बजाय, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चयन की परंपरा रही है। केवल एक फॉर्म भरा गया है। (GCMMF) में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए चयन की परंपरा के अनुसार, इस बार कप्तान अशोक चौधरी और गोरधन धमेलिया को दिया गया है। आपको बता दें कि साढ़े सात दशक पहले सरदार वल्लभभाई पटेल के मार्गदर्शन में ग्रेटर खेड़ा जिले में किसान नेता त्रिभुवन दास पटेल के नेतृत्व में सहकारी दुग्ध उत्पादक समितियों की शुरुआत की गई थी। जिसमें सहकारी आधार पर दुग्ध उत्पादक समितियों की शुरुआत करने के बाद दूध और दुग्ध उत्पादों के विपणन के लिए वर्ष 1973 में डॉ. कुरियन गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ लिमिटेड-(GCMMF) की स्थापना की गई और वे वर्ष 2006 तक इसके अध्यक्ष रहे थे। पिछले कुछ समय से राज्य की विभिन्न सहकारी दुग्ध समितियों में चल रहे विवादों के बीच अब अशोक चौधरी अध्यक्ष पद संभालेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनके नेतृत्व में (GCMMF) किस तरह आगे बढ़ता है। चेतना/22 जुलाई