क्षेत्रीय
04-Sep-2025


गरियाबंद(ईएमएस)। जिले में शिक्षकों की कमी दूर करने सरकार ने युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पूरी कर ली है। काउंसिलिंग के बाद अधिकतर शिक्षक स्कूलों में ज्वाइन कर चुके हैं, लेकिन 60 से ज्यादा शिक्षक अब तक नए पदस्थापना स्थल पर शामिल नहीं हुए हैं। लंबे समय से अनुपस्थिति के कारण कई स्कूलों में पढ़ाई बाधित हो रही है, जिस पर विभाग अब कार्रवाई की तैयारी में है। प्रदेश में सबसे ज्यादा अभ्यावेदन गरियाबंद जिले से लगाए गए थे। यहां 300 से ज्यादा शिक्षकों ने प्रक्रिया में खामियों का हवाला देकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। न्यायालय ने इन मामलों की सुनवाई संभाग स्तर पर करने के निर्देश दिए थे। 22 और 23 अगस्त को सुनवाई भी हुई, लेकिन अभी तक निर्णय नहीं आया है। इस बीच कई शिक्षक फैसला आने का इंतजार किए बिना ज्वाइन कर चुके हैं। वहीं 60 शिक्षक अभी भी आदेश मानने को तैयार नहीं हैं। जानकारों का कहना है कि अभ्यावेदन के पक्ष में फैसला आने की संभावना कम है, क्योंकि प्रशासन ने प्रक्रिया को त्रुटिहीन तरीके से पूरा किया है। जिला पंचायत सदस्य लोकेश्वरी नेताम ने भी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचकर मूढ़गेलमाल स्कूल में अध्यापन कार्य प्रभावित होने की शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि एक शिक्षिका ने अधिकारियों की लापरवाही का फायदा उठाकर जिस स्कूल से अतिशेष घोषित हुई थीं, वहीं दोबारा पदस्थापना का आदेश निकलवा लिया है। इस मामले की जांच की मांग भी उन्होंने की। जिला शिक्षा अधिकारी जगजीत सिंह धीर ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। संबंधित ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को ऐसे शिक्षकों की सूची बनाने का निर्देश दिया गया है, ताकि अनुशासनात्मक कार्रवाई आगे बढ़ाई जा सके। देवभोग, मैनपुर, गरियाबंद और छुरा ब्लॉकों के कई गांवों जैसे निष्ठीगुड़ा, केंदूबंद, ठीरलीगुड़ा, मूढ़गेलमाल, जांगड़ा, उरमाल, पीपलखूंटा, अमलीपदर, झरगांव, आमामोरा, लिटीपारा, भैरा, नागिन बहारा आदि में शिक्षक ज्वाइनिंग न करने से पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)04 सितंबर 2025