मनोरंजन
10-Dec-2025
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मुंबई (ईएमएस)। बॉलीवुड फिल्म निर्माता आदित्य धर की फिल्म ‘धुरंधर’ को लेकर भारत के साथ-साथ पाकिस्तान में भी काफी चर्चा हो रही है। इसकी वजह है संजय दत्त द्वारा निभाया गया कराची के दिवंगत एसपी चौधरी असलम का किरदार। फिल्म रिलीज से पहले चौधरी असलम की पत्नी नौरीन ने एक पॉडकास्ट में इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने इस किरदार को लेकर अपनी उम्मीदें और नाराजगी दोनों जाहिर की थीं। नौरीन ने बताया कि वह और उनके पति दोनों संजय दत्त के बड़े प्रशंसक रहे हैं। उन्होंने कहा कि चौधरी असलम 90 के दशक की मशहूर फिल्म ‘खलनायक’ देखने के बाद संजय दत्त के फैन बन गए थे, जबकि नौरीन पहले से ही उनकी एक्टिंग को पसंद करती थीं। उन्हें भरोसा था कि संजय दत्त उनके पति की पर्सनैलिटी के साथ न्याय करेंगे। लेकिन ट्रेलर देखने के बाद उनकी भावनाएं आहत हुईं, जहां चौधरी असलम को “जिन्न” कहकर संबोधित किया गया है। नौरीन के अनुसार यह शब्द बेहद आपत्तिजनक और असम्मानजनक है। नौरीन ने कहा “शैतान से पैदा होने वाले बच्चों को जिन्न कहा जाता है। हम मुस्लिम हैं और ऐसे शब्द हमारे लिए अशोभनीय हैं। यह सिर्फ असलम के लिए ही नहीं बल्कि उनकी मां के लिए भी अपमान है। अगर फिल्म में मेरे पति को गलत तरीके से दिखाया गया है या उनके खिलाफ प्रोपागैंडा किया गया है, तो मैं कानूनी कार्रवाई करूंगी।” उन्होंने भारतीय फिल्ममेकर्स पर आरोप लगाया कि वे अक्सर पाकिस्तान की खराब छवि दिखाने की कोशिश करते हैं और इसे “बड़ी अजीब बात” बताया। इंटरव्यू में नौरीन ने यह भी बताया कि चौधरी असलम उनके मामू के बेटे थे और शुरुआत में वह शादी के लिए तैयार नहीं थीं, लेकिन बाद में उनसे गहरा प्यार हो गया। उन्होंने कहा—“अगर जिंदगी दोबारा मिले, तो खुदा से फिर वही मर्द मांगूंगी चौधरी असलम।” उन्होंने यह भी बताया कि असलम हमेशा कहा करते थे कि उन पर फिल्में बनेंगी। नौरीन का मानना है कि संजय दत्त ने अपना काम एक अभिनेता के रूप में किया है और अगर गलती है तो यह कहानी लिखने वालों की है। उन्होंने कहा कि वह इंटरनेशनल लेवल पर भी कानूनी कार्रवाई करने का हक रखती हैं क्योंकि यह फिल्म दुनिया भर में दिखाई जाती है और इससे आने वाली पीढ़ियों को गलत संदेश जा सकता है। 1963 में जन्मे चौधरी असलम ने सिंध पुलिस में एएसआई के तौर पर नौकरी शुरू की। 2000 में उन्हें ल्यारी टास्क फोर्स का प्रमुख बनाया गया। उन्होंने कई कुख्यात गैंग्स का सफाया किया। 2011 में तालिबान ने उन पर हमला किया, जिसमें वह बच गए, लेकिन 2014 में टीटीपी के एक बड़े बम धमाके में उनकी मौत हो गई। बता दें कि यह फिल्म आजकल बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन कर रही है और दर्शकों से बेहतरीन प्रतिक्रिया मिल रही है। सुदामा/ईएमएस 10 दिसंबर 2025