1983 में नागरिक बनी........लेकिन 1980 में वोटर कैसे बन गईं सोनिया गांधी नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद मनन कुमार मिश्रा ने मद्रास हाईकोर्ट के जस्टिस स्वामीनाथन के खिलाफ विपक्ष के महाभियोग नोटिस की आलोचना की। उन्होंने जस्टिस स्वामीनाथन के फैसले को सही बताकर कहा कि तमिलनाडु में चुनाव हैं, इसकारण डीएमके के लोग वोटों का ध्रुवीकरण करने में जुटे हैं। महाभियोग नोटिस पर भाजपा सांसद ने कहा, मंदिर में दीप जलाने में क्या गलत है? कोर्ट ने कहा कि सुरक्षा होनी चाहिए, अनुमति होनी चाहिए। हर मामले को आप महाभियोग तक ले आएंगे, तब यह महाभियोग जैसी प्रक्रिया का ही मजाक बनेगा। तमिलनाडु में चुनाव हैं और ये लोग वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं, लेकिन इससे कोई लाभ होने वाला नहीं है। उन्होंने संसद में एसआईआर के विषय पर भी विपक्ष को दो टूक जवाब दिया। सांसद मिश्रा ने कहा कि अगर विपक्ष चुनाव आयोग की प्रक्रिया एसआईआर को वापस लेने पर अड़ा है, तब यह बिल्कुल भी संभव नहीं है। सांसद मिश्रा ने कहा, एसआईआर स्वच्छ और निष्पक्ष चुनाव के लिए देश के लिए जरुरी है। ये लोग हर रोज एसआईआर पर अनावश्यक टिप्पणियां कर रहे हैं। इन्होंने संसद में बहस की मांग की थी, वह भी हो गई। अब यदि इंडी गठबंधन वाले चाहते हैं कि चुनाव आयोग एसआईआर का प्रावधान वापस ले या समाप्त कर दे, ऐसा होने वाला नहीं है। इस बीच, भाजपा सांसद मिश्रा ने सोनिया गांधी को राउज एवेन्यू कोर्ट का नोटिस मिलने पर कहा, जब वह 1983 में देश की नागरिक बनीं, तब फिर सन 1980 में सोनिया वोटर कैसे बन गईं? इसके बाद एक मामला बनता है। कोर्ट ने सही नोटिस दिया है। इसका कोई जवाब कांग्रेस, सोनिया या किसी के पास नहीं है। इस मामले में दस्तावेज मौजूद हैं और यह बिल्कुल सही हैं। इसलिए कोर्ट ने संज्ञान लिया है। आशीष दुबे / 10 दिसंबर 2025