अंतर्राष्ट्रीय
08-Feb-2023
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-कंट्रोल में रहेगा ब्लड शुगर, रखें इस बात का ध्यान लंदन (ईएमएस)। शुगर के मरीजों को आमतौर पर चावल से दूर रहने की सलाह दी जाती है लेकिन ब्राउन राइस को डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है। अगर कम मात्रा में इन चावलों का सेवन किया जाए, तो ब्लड शुगर नहीं बढ़ता। ब्राउन राइस को हेल्दी फूड माना जाता है। इनमें फाइबर, कार्ब्स, कैलोरी, प्रोटीन, मैगनीज, आयरन, पोटेशियम और जिंक समेत कई पोषक तत्वों का भंडार होता है। इसे मैग्नीशियम का बेहतरीन सोर्स माना जा सकता है। ब्राउन राइस का सेवन करने से न सिर्फ ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है, बल्कि हार्ट डिजीज, कैंसर व अल्जाइमर का खतरा भी कम होता है। ब्राउन राइस में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जिससे खाने के बाद भी डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। चावलों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को फायदा मिलता है। ब्राउन राइस के सेवन से वेट लॉस करने में मदद मिलती है और ब्लड शुगर कंट्रोल बना रहता है। कई रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि रोज 1-2 कटोरी ब्राउन राइस खाने से वजन कम होता है और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है। सफेद चावलों की अपेक्षा ब्राउन राइस को बेहद फायदेमंद माना गया है। ब्राउन राइस को डाइट में शामिल कर लिया जाए तो आपके शरीर को जरूरी मिनरल्स मिलते रहेंगे। इससे आपकी हड्डियों के विकास में मदद मिलेगी और नर्व फंक्शनिंग बेहतर हो जाएगी। जख्मों को जल्दी भरने में भी इससे मदद मिल सकती है। अगर आप हेल्दी हैं, ब्राउन राइस का खूब सेवन कर सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों को कम मात्रा में ही सेवन करना चाहिए। अगर ब्राउन राइस खाने से डायबिटीज के मरीजों को कोई दिक्कत हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों को खाने-पीने को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। छोटी सी लापरवाही करने से डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है। इससे हार्ट डिजीज समेत कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। चावल को हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स में शुमार किया जाता है, जो ब्लड शुगर को अनकंट्रोल कर सकते हैं। हालांकि चावल कई तरह के होते हैं और उनमें से कुछ राइस ऐसे होते हैं, जिन्हें डायबिटीज के मरीजों के लिए सुरक्षित माना जाता है।