राष्ट्रीय
08-Feb-2023
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दाम कम करने के लिए कंपनियों का नया फार्मूला भोपाल (ईएमएस)। इथेनॉल मिश्रण वाले पेट्रोल ई-20 की खुदरा बिक्री के लिए मध्यप्रदेश में संचालित ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि हमारे यहां पूरी तरह से ई-20 पेट्रोल की बिक्री आने वाले दो साल यानी 2025 तक पूरी होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अहम बात यह है कि ई-20 पेट्रोल की कीमत में 2.50 रुपए प्रति लीटर की कमी की बात भी कही जा रही है। जो वाहन अभी चल रहे हैं, उनमें 11 से 12 प्रतिशत तक इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल का उपयोग हो रहा है। एक्सपर्ट का कहना है कि इसके लिए ऑटो कंपनियों को ई-20 पेट्रोल की गुणवत्ता वाले इंजन बनाना होगा। दरअसल, प्रधानमंत्री ने बेंगलुरु में ई-20 पेश किया जो 20 प्रतिशत इथेनॉल के साथ संयुक्त ईंधन है। अभी देश में कुछ ऐसे शहरों में ही यह पेट्रोल बिकेगा जहां प्रदूषण का ग्राफ ज्यादा है। मप्र में इस इस पेट्रोल को बिकने में लंबा समय लगेगा। - 1.5 फीसदी से शुरू हुआ था सफर पेट्रोल में इथेनॉल मिलाकर विक्रय करने की शुरुआत 2014 में हुई थी। उस समय पेट्रोल में 1.5 प्रतिशत इथेनॉल मिलाकर बेचना शुरू किया था। इसके बाद 5 फिर 11 प्रतिशत तक मिलाया जा रहा है। अब ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 20 प्रतिशत इथेनॉल मिलाकर विक्रय करने की शुरुआत की है। - कीमत घटने पर मिलेगा फायदा ई-20 इथेनॉल पेट्रोल मिलने से आम आदमी को फायदा उस स्थिति में होगा, जबकि ऑयल कंपनियां पेट्रोल की कीमत घटाए। अभी इथेनॉल की उत्पादन लागत 43 रुपए प्रति लीटर आ रही है और पेट्रोल की लागत 55 रुपए प्रति लीटर आती है। यानी 12 रुपए लीटर इथेनॉल सस्ता पड़ता है। ऐसे में ई-20 पेट्रोल पर 2.50 रुपए लीटर की कमी होना चाहिए। - यहां 11 फीसदी ब्लेडिंग का पेट्रोल बिक रहा आइओसी के चीफ मैनेजर (आपरेशंस), सतीश राजगीरे के अनुसार हमारे यहां अभी 11 प्रतिशत ब्लेडिंग का पेट्रोल बिक रहा है। भारत के कुछ शहरों इ-20 पेट्रोल बिकने लगा है। हमारे यहां 2025 तक आने की संभावना है। उच्च स्तर पर कंपनी की पूरी तैयारी है। - वाहनों के इंजनों की गुणवत्ता होनी चाहिए ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट आरके मंडलोई के मुताबिक इकानामी और पर्यावरण के लिए ई-20 ईंधन बहुत अच्छा है, लेकिन वाहनों के इंजनों की गुणवत्ता होना चाहिए ताकि वे इस ईंधन से चल सकें। विदेशों में तो 100 फीसदी तक इथेनॉल पेट्रोल से वाहन चल रहे हैं। - सरकार को ग्राहकों के हित में निर्णय लेना होगा मप्र पेट्रोल पंप ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह बताते हैं कि सरकार को ग्राहकों के हित में निर्णय लेना होगा, क्योंकि अभी जो वाहन है वे 11 प्रतिशत इथेनॉल मिले पेट्रोल से चल रहे हैं। इसके लिए कंपनियों को नए इंजन निर्मित करना होगा।