राज्य
26-Mar-2023


नई दिल्ली (ईएमएस)। अर्थ आवर डे पर दिल्ली एनसीआर समेत पूरे देश में साढ़े 8 बजे बत्ती गुल हो गई। दफ्तरों सरकारी आवास कार्यालयों सार्वजनिक स्थलों धार्मिक स्थलों राष्ट्रीय धरोहरों पर लाइट बंद कर दी गईं। इसके साथ ही घरों में लोगों ने लाइट बंद कर दी। दिल्ली ने इस बार 279 मेगावाट बिजली बचाई जो पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा है। लाइट साढ़े 9 बजे तक बंद की गई थी। दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस कोलकाता में हावड़ा ब्रिज की लाइट बंद कर दी गईं। यह लाइट साढ़े 8 से साढ़े 9 (एक घंटा) बंद रहेंगी। पृथ्वी को बचाने का संदेश देने के लिए प्रत्येक वर्ष मार्च के अंतिम शनिवार को अर्थ आवर मनाया जाता है। लोग रात साढ़े आठ से साढ़े नौ बजे तक अपने घरों और कार्य स्थलों की लाइटें और अन्य बिजली उपकरण बंद रखते हैं। पिछले वर्ष दिल्लीवासियों ने 171 मेगावाट बिजली बचाई थी। इस वर्ष 25 मार्च को अर्थ आवर मनाया जा रहा है। इसे सफल बनाने के लिए बिजली वितरण कंपनियां (डिस्कॉम) जागरूकता अभियान चला रही हैं। अर्थ आवर पर दिल्लीवासियों ने रात साढ़े आठ से साढ़े नौ बजे तक लोग अपने घरों व कार्य स्थलों की लाइटें व अन्य बिजली उपकरण बंद रखा। दिल्लीवासियों ने पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 108 यूनिट ज्यादा बिजली की बचत की। पिछले वर्ष दिल्लीवासियों ने 171 मेगावाट बिजली बचाई थी। इस बार 279 मेगावाट की बचत की। इस अभियान को सफल बनाने के लिए बांबे सब अर्बन इलेक्ट्रिक सप्लाई (बीएसईएस) और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) उपभोक्ताओं को जागरूक कर रही थी। डिस्काम अधिकारियों ने बताया कि जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते वर्ल्ड वाइड फंड फार नेचर द्वारा 17 वर्ष पहले अर्थ आवर की शुरुआत की गई थी। 190 देशों के लोग इसमें शामिल होते हैं। लोग एक घंटे तक अपने घरों व कार्य स्थलों की गैरजरूरी लाइटें व बिजली से चलने वाले उपकरण बंद रखते हैं। इसके माध्यम से लोगों को बिजली बचत से पर्यावरण संरक्षण करने का संदेश दिया जाता है। अजीत झा/देवेंद्र/नई दिल्ली/ईएमएस/26/मार्च/2023