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30-Jun-2025
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-न्यूयॉर्क में मेयर उम्मीदवार हैं भारतीय मूल के जोहरान, सोशल मीडिया पर मचा हंगामा वॉशिंगटन डीसी,(ईएमएस)। भारतीय मूल के न्यूयॉर्क मेयर पद के उम्मीदवार जोहरान ममदानी का हाथ से दालख-चावल खाना कुछ लोगों को भाया नहीं है। यहां तक कि एक अमेरिकी सांसद ने तो यहां तक कह दिया कि पश्चिमी तौर-तरीके सीखो अन्यथा अपने पिछड़े देश वापस चले जाओ। वैसे हाथ से खाना खाते हुए जोहरान का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में वे फिलिस्तीन मुद्दे पर अपनी राय रखते भी नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को लेकर अमेरिका के रिपब्लिकन सांसद ब्रैंडन गिल ने नस्लीय टिप्पणी करते हुए कहा है, कि अगर आप पश्चिमी तौर-तरीके नहीं अपना सकते, तो अपने पिछड़े देश वापस चले जाइए। गिल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि सभ्य समाज इस तरह से खाना नहीं खाता, जिसके बाद से सोशल मीडिया पर तीखी बहस छिड़ गई है। उनके इस बयान को न केवल नस्लवादी और सांस्कृतिक असहिष्णुता का उदाहरण माना जा रहा है, बल्कि कई अमेरिकियों ने भी उनकी आलोचना की है। सोशल मीडिया पर पलटा गिल पर हमला ब्रैंडन गिल की टिप्पणी के बाद उन्हें ट्रोल करते हुए लोगों ने लिखा है, कि क्या आप चॉपस्टिक से खाने पर भी आपत्ति जताते हैं? टैको, फ्राइज और बर्गर आप कैसे खाते हैं? कांटे-चम्मच से? एक अन्य ने लिखा, ये उनकी नीतियों पर बहस नहीं कर पा रहे, इसलिए अब संस्कृति पर हमला कर रहे हैं। दिखावे का आरोप हालांकि विवाद का एक और पहलू भी सामने आया है। कुछ यूज़र्स ने जोहरान ममदानी पर कैमरे के सामने सांस्कृतिक पहचान का दिखावा करने का आरोप लगाया है। एक यूजर ने उनकी पुरानी फोटो शेयर की, जिसमें वे चाकू-कांटे से खाते दिख रहे हैं और लिखा, कैमरे के सामने ही अचानक देसी क्यों बन जाते हैं? वीडिया में जोहरान ने कहा वायरल वीडियो में जोहरान ममदानी कहते हैं, कि जब आप किसी थर्ड वर्ल्ड देश से पले-बढ़े होते हैं, तो फिलिस्तीनी संघर्ष को बेहतर तरीके से समझते हैं। उनका यह बयान भी चर्चा में है। हालांकि अब तक ममदानी ने सांसद की टिप्पणी पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया है। सांस्कृतिक विविधता पर नई बहस यह विवाद अमेरिका में सांस्कृतिक विविधता, प्रवासियों की पहचान और नस्लीय सोच को लेकर एक बार फिर बहस का कारण बन गया है। जहां एक ओर दक्षिणपंथी राजनीति इसे ‘पश्चिमी मूल्यों की रक्षा’ की बात कह रही है, वहीं दूसरी ओर कई अमेरिकी नागरिक इसे बिना वजह की असहिष्णुता मानते हैं। फिलहाल वायरल वीडियो ने न्यूयॉर्क के चुनावी माहौल को भी गर्मा दिया है, जहां प्रवासी समुदाय बड़ी संख्या में वोटर बेस का हिस्सा हैं। हिदायत/ईएमएस 30जून25