नई दिल्ली (ईएमएस)। इन दिनों इंफ्लूएंजा वायरस के एच3एन2 वेरिएंट का खतरा काफी बढ़ गया है कोरोना वायरस का असर भी कम नहीं हुआ है कोरोना वायरस और इंफ्लूएंजा के मामलों में बढोतरी के बीच दिल्ली सरकार ने 26 मार्च को सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने का फैसला किया है मॉक ड्रिल के जरिए अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी को जांचा जाएगा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की तरफ से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि कोरोना वायरस और इंफ्लूएंजा टाइप के मामलों की बढ़ोतरी को देखते हुए सरकारी अस्पताल ड्रिल करेंगे और 26 मार्च (रविवार) की शाम या 27 मार्च की सुबह तक रिपोर्ट पेश करेंगे बता दें इंफ्लूएंजा और कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है लोगों को बचाव और गाइडलाइन के पालन की सलाह दी जा रही है एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार ने बताया है कि कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल में आने लगे हैं पिछले दो महीने से अस्पताल में कोरोना का एक भी मरीज एडमिट नहीं था कोरोना संक्रमितों को अस्पताल में एडमिट करने की भी जरूरत पड़ रही है उनका कहना है कि कोविड को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है स्थिति नियंत्रण में होने के बावजूद सावधानी बरतने पर उन्होंने जोर दिया है कोरोना से बचाव के तरीके को गंभीरता से लेना चाहिए घर से बाहर निकलते समय चेहरे पर मास्क पहनें और दूरी बनाकर रहें घर आने पर हाथों को सैनिटाइज करना नहीं भूलें दिल्ली में शुक्रवार को 6 66 पॉजिटिविटी दर की बढ़ोतरी के साथ कोरोना वायरस मामलों की संख्या 152 दर्ज की गई गुरुवार को 117 कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए गए थे आपात स्थिति से निबटने के लिए दिल्ली सरकार अस्पतालों में मॉक ड्रिल कराने जा रही है अजीत झा/देवेंद्र/नई दिल्ली/ईएमएस/26/मार्च/2023