व्यापार
26-Apr-2023
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मुंबई (ईएमएस)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पिछले 2 वर्षों में सोने के रिजर्व स्टॉक में लगभग 105 टन की वृद्धि की है। कोविड बीमारी के बाद आर्थिक अनिश्चितता के बीच रिजर्व बैंक ने गोल्ड का स्टॉक बढ़ाने की तरफ ध्यान दिया। 2020 से लेकर मार्च 2023 तक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 137.19 टन सोने का स्टॉक बढ़ाया है। रिजर्व बैंक के पास गोल्ड रिजर्व के रूप में 3.75 लाख करोड़ रुपए का सोना है। दुनिया के देशों में भारत का आठवां स्थान है। 2008 में जब अमेरिका में आर्थिक मंदी आई थी। उसके बाद से विश्व बैंक ने सभी सेंट्रल बैंकों को सोने का स्टॉक बढाने की सलाह दी थी। ताकि विदेशी मुद्रा का संकट ना हो। मार्च 2019 में रिजर्व बैंक के पास 612.56 टन, मार्च 2020 में 653.01 टन, मार्च 2021 में 695.31 टन, मार्च 2022 में 760.42 टन तथा मार्च 2023 में 790.20 टन सोना रिजर्व बैंक की स्टॉक में है। जब अर्थव्यवस्था में भारी उतार-चढ़ाव हो। वैसी स्थिति में सोना विदेशी मुद्रा और लेनदेन के काम में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के दौरान क्रॉस बॉर्डर करेंसी में सोने की अति महत्वपूर्ण भूमिका है। अतिरिक्त करेंसी छापना पड़े, तो इसमें गोल्ड स्टॉक के कारण मुद्रा का अमूल्यन सीमित होता है। विदेशी करेंसी और विदेशी लेनदेन में गोल्ड का स्टॉक भरोसेमंद माना जाता है। इसलिए दुनिया के सभी देशों के सेंट्रल बैंक, गोल्ड का स्टॉक बनाकर रखते हैं। इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलती है।