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26-May-2023
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-पॉवर मैनेजमेंट कंपनी पर सायवर अटैक, वितरण कंपनी भी प्रभावित जबलपुर(इएमएस)। जबलपुर पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के सर्वर पर सायवर अटैक हो गया है। पिछले ४ दिनों से कंपनी की साइड सीआरपी ई गर्वनेंस सिस्टम ब्लाक हो गया। बिजली की खरीदी का मैनेजमेंट और पेमेंट नहीं हो पा रहा। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी पर भी साईवर अटैक का असर पड़ा। जनरेशन कंपनी और लोड डिस्पेंच सेंटर में साईवर अटैक की कोशिश की गई लेकिन साईवर सुरक्षा तगड़ी होने के कारण अटैक सफल नहीं हो पाया। भोपाल, इंदौर के डिस्कॉम सेंटर पर भी साईवर अटैक का असर पड़ा। इस घटना को लेकर यह बात कही जा रही है कि साईवर के किसी बड़े खिलाड़ी का इसमें हाथ हो सकता है। वहीं इतनी बड़ी साईवर घटना में चाइना का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। आश्चर्य जनक पहलू यह है कि एमपी पॉवर मेनेजमेंट कंपनी की (सूचना प्रौद्योगिकी आईटी) विभाग द्वारा हलके में लिया जा रहा है। एक लिपिक के जरिए गोरखपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई जबकि जबलपुर स्टेट सायवर सेल का कार्यालय है। सूत्रों का कहना है कि २२ से २३ मई की दरमियानी रात यह सायवर अटैक किया गया। दो दिन तक पॉवर मैनेजमेंट कंपनी का आईटी सेल इंटरनेट की प्राबलम्ब मानकर हाथ पर हाथ धरे बैठे रहा। सूत्रों के मुताबिक इस सायवर अटैक से मैनेजमेंट कंपनी की साईड, कर्मचारियों की पेमेंट, कामर्शियल गतिविधियां, टीआरपी, ईगर्वनेंस व ऑफिसयल ईमेल ब्लाक हो गई। इस घटना के बाद इंटेलीजेंट ब्यूरो (आईबी) सहित अन्य खुपिया एजेंसी सक्रिय हो गई। बताया गया है कि इसके पूर्व भी दो बार अटैक हो चुका है। वर्ष २०१९ में मुम्बई में और उसके बाद जबलपुर लोड डिस्पेच सेंट में अटैक किया जा चुका है लेकिन उस वक्त इस अटैक से बचाव हो गया था। इस बार खतरनाक इरादे से सायवर अटैक किया गया है। हेकर की मंशा मध्यप्रदेश को अंधकारमय बनाने की थी उससे भी ज्यादा खतरनाक बात यह है कि कामर्शियल सेक्टर में सायवर अटैक हो गया। इससे करोड़ों का लेन-देन इधर से उधर हो जाने की आशंका बनी हुई है। आज और कल दो दिन अवकाश में निकल जायेंगे। गंभीर मसला यह है कि यदि इस अटैक से कंपनी का डाटा गायब हो जायगा तो दिक्कतें बढ़ेंगी। फिलहाल पॉवर मैनेजमेंट कंपनी में न तो बिल जमा हो पा रहे हैं और न तो ठेकेदार के पेमेंट हो पा रहे हैं सभी विद्युत वितरण कंपनियों सहित ट्रासमीसन कंपनी को एलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। निशाना ट्रांसमिशन कंपनी को भी बनाने की कोशिश की गई लेकिन फुल प्रूफ सायवर सुरक्षा होने के कारण बचाव हो गया। विद्युत वितरण कंपनी के बिल जनरेट नहीं हो पा रहे और यहां कि पीमेंट नहीं हो पा रही है। इस मसले पर तमाम अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। सीएमडी की फटकार के बाद आईटी सेल जागा और घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। ‘एमपी पॉवर मैनेजमेंट कंपनी पर रेन्समवेयर अटैक के लक्षण २२ मई २०२३ को पाये गये उसकी सूचना सभी संबंधित शासकीय कार्यालयों एमपीएसीडीसी सीईआरटी - इन एमओपी तथा प्रदेश के अन्य विद्युत कंपनियों को दी गई है। दिशा निर्देश के अनुसार आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। इस अटैक से विद्युत खरीदी या संचारण, संधारण से संबंधित कार्य प्रभावित नहीं होंगे।’ रीता खेत्रपाल/ईएमएस/26मई2023