राष्ट्रीय
05-Jun-2023
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जोधपुर (ईएमएस)। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को अपने को जोधपुर के लोगों का प्रथम सेवक बताया। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो वह जादू दिखाकर भी पैसे ला सकते हैं, लेकिन जनता को निराश नहीं होने देंगे। 72 वर्षीय कांग्रेस नेता का जन्म जोधपुर के एक पेशेवर जादूगर परिवार में हुआ था। गहलोत भी बचपन में जादूगर पिता का साथ दिया करते थे। राजस्थान के मुख्यमंत्री को राजनीति का जादूगर भी कहा जाता है। यह बात सीएम गहलोत ने मेहरानगढ़ का किला देखने के लिए आने वाले पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाए गई सड़क राव जोधा मार्ग के उद्घाटन अवसर पर कही। जोधपुर के विकास में अपनी भूमिका का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि वह 42 साल पहले पहली बार वह सांसद बने थे, तो जोधपुर तब क्या था? पानी नहीं, कोई ट्रेन नहीं, लेकिन आज यहां पानी, बिजली, ट्रेन, रोड, शिक्षा और स्वास्थ्य का ढांचा है। मैंने कुछ ऐसा नहीं छोड़ा, जिसकी लोगों को इच्छा हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई जोधपुर पर रिसर्च करे तो इसके विकास के बारे में पता चलेगा और देखेंगे कि जोधपुर क्या था और क्या हो गया है। उन्होंने यह भी इच्छा जाहिर की कि यूनेस्को इसे हेरिटेज सिटी का दर्जा दे। गृहनगर दौरे पर गहलोत ने 91 करोड़ लागत के 16 विकास कार्यों का उद्घाटन किया। विधानसभा चुनाव से पहले 1000 करोड़ रुपए के 44 प्रॉजेक्ट्स का शिलान्यास किया। - गहलोत ने अपने कार्यकाल में केवल जादू के करतब दिखाए: सीपी जोशी हालांकि, गहलोत के जादूगरी वाले बयान पर भाजपा ने तंज कसते हुए निशाना साधा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल में केवल जादू के करतब दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि आप धोखेबाज हैं, जो केंद्र द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं का श्रेय लेकर चालबाजी कर रहे हैं। जोशी ने कहा कि कांग्रेस नेता केंद्र सरकार की योजनाओं में कुछ योगदान देते हैं और फिर उनका नाम बदल देते हैं। जोशी ने पूछा कि सरकारी दफ्तरों की अलमारी से नकदी और सोना निकलना जादू नहीं तो और क्या है?