राज्य
06-Jun-2023
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भोपाल(ईएमएस)। सायबर क्राइम भोपाल की टीम ने पतंजली योगपीठ ट्रस्ट हरिद्वार में इलाज के नाम पर लाखो की ठगी करने वलो आरोपियो को पंश्चिम बंगाल से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम ब्रांच शैलेन्द्र सिंह चौहान ने खुलासा करते हुए बताया की बीती 16 मई 2023 को राजधानी के पिपलानी थाना इलाके में रहने वाले फरियादी संजय कुमार ने सायबर क्राइम ब्रान्च में लिखित शिकायती आवेदन देते हुए बताया था, कि उसे अपनी मॉ की बीमारी के आयुर्वेदि इलाज के लिये पतजंलि योगपीठ हरिद्वारा जाना था। संजय ने रजिस्ट्रैशन कराने के लिये वहॉ का फोन नंबर ऑनलाइन सर्च किया और दिये गये मोबाइल नंबर पर कॉल लगाया। दूसरी और से मोबाइल पर बात करने वाले व्यक्ति ने उनसे बातचीत करते हुए कहा कि इलाज एवं जॉचो के लिये कुछ रकम एडवांस जमा कराना होगी। उसके झांसे में आकर फरियादी ने ठग द्वारा दिये गये 3 बैक एकांउट में 2 लाख 27 हजार 422 की रकम ऑनलाइन जमा कर दिये। रकम जमा करने के बाद आरोपी ने उससे बातचीत कर अन्य चीजो के नाम पर और पैसै जमा कराने को कहा। इस पर फरियादी को संदेह हुआ और उसने सायबर क्राइम में लिखित शिकायत की। शिकायत की शुरुआती जॉच के आधार पर पुलिस ने ऑनलाइन रजिस्ट्रैशन के लिये उपयोग की गई वेबसाइट, कॉलिग मोबाइल नंबर और बैंक खातो के उपयोगकर्ता के खिलाफ मामला कामय कर उनकी सुरागशी शुरु की। सायबर क्राइम टीम ने तकनीकि एनालिसिस मे पता चला कि जालसाज के द्वारा कोलकाता पश्चिम बंगाल से फोन किया जा रहा है, और बैंक एकांउट से पटना, बिहार एवं कोलकाता पश्चिम बंगाल से एटीएम से पैसा निकाला जा रहा है। इसके बाद पुलिस टीम पटना, बिहार में ठगो की तलाश में रवाना की गई की तलास की लेकिन शातिर जालासाज बार-बार लोकेशन और नंबर बदल रहे थे, जिसके कारण टीम उन्हें दबोच नहीं पा रही थी।आखिरकार तकनीकि जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने उत्तर 24 परगना एवं कोलकाता पश्चिम बंगाल के अलग-अलग इलाको में तीन दिनो तक डेरा डालते हुए जालसाजो की तलाश की। ओर लोकल पुलिस की मदद से माध्यमग्राम जिला उत्तर 24 परगना पश्चिम बंगाल में दबिश देते हुए पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट हरिद्वार के नाम पर धोखाधडी करने वाले शातिरो आकाश कर्मकार और अंकित साव को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियो में शामिल आकाश कर्मकार 12वीं पास है, उसका काम जालसाजी के लिये एकाउंट खुलवाना था। वहीं अंकित साव ने बीए तक पढ़ाई की है, और उसका काम बैंक खातो की व्यवस्था करना और पतंजलि के नाम पर खोले गये कार्यालय का प्रबंधन करना था। पुलिस ने आरोपियो के पास से घटना में प्रयुक्त एक बैंक पासबुक, दो मोबाइल फोन सहित 4 सिम कार्ड जप्त किये है। भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियो को संबंधित कोर्ट बारासात पश्चिम बंगाल मे पेश किया और उन्हें ट्रांजिट रिमाण्ड पर लेकर भोपाल लेकर आई। *ऐसे करते थे वारदात अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम ब्रांच शैलेन्द्र सिंह चौहान ने आगे बताया कि आरोपी पहले तो पंतजलि योगपीठ के लोगो (मोनो) का उपयोग कर मिलती-जुलती वेबसाइट बनाते और उसमें संपर्क के लिये खूद के द्वारा उपयोग किये जा रहे मोबाइल नंबरो को डाल देते। बाद में जब ऑनलाइन रजिस्ट्रैशन कराने वाले वेबसाइट पर दिये गये मोबाइल नंबरो पर संपर्क करते तब शातिर उनसे इलाज और जॉचो के नाम पर एडवांस पैसा जमा अपने एकांउट में जमा करवाकर उनसे ठगी करते थे। आरोपी ठगी का पैसा जमा करवाने के लिये फर्जी बैंक खातों और जाल में फंसे लोगो से बात करने के लिये फर्जी दस्तावेजो पर लिये गये मोबाइल नंबरो का उपयोग करते थे। शातिर आरोपी अभी तक सैकड़ो लोगो से इसी तरज जालसाजी कर अपने खातों में पैसे जमा करवाकर ठगी कर चुके है। पुलिस जालसाजो से आगे की पूछताछ कर रही है। जुनेद / 6 मई