ज़रा हटके
23-Aug-2023
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-1960 के दशक में एक रेस के दौरान लग गई थी आग लंदन (ईएमएस)। बेहद बुरी तरह क्षतिग्रस्त एक फेरारी कार लगभग 15 करोड़ रुपये में बेची गई है। कबाड़ में कब्दील हो चुकी इस फेरारी में 1960 के दशक में एक रेस के दौरान आग लग गई थी। इस फेरारी कार को देखकर ऐसा लगता है कि इसे सीधे कबाड़खाने से निकाला गया। यह 1954 की फेरारी 500 मोंडियल स्पाइडर सीरीज I है। यह कार आरएम सोथबी की मोंटेरी नीलामी में 1,875,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 15 करोड़ रुपये) प्राप्त करने में सफल रही। यह चेसिस नंबर, 0406 एमडी के नाम से भी जाना जाता है। इसे मूल रूप से प्रसिद्ध इटली की डिजाइन फर्म पिनिनफेरीना द्वारा बॉडी के साथ बनाया गया था। यह बिन पहिए वाली फेरारी है। हालांकि इसमें अभी भी इसकी मूल चेसिस प्लेट, गियरबॉक्स, रियर एक्सल कॉर्नर और इसका 3.0-लीटर टिपो 119 लैंप्रेडी इनलाइन-चार इंजन मौजूद है।अब बात करते हैं इसके खरीदार के इरादे की। तो बर्बाद हो चुकी फेरारी के खरीदार का इरादा इसे इसके पूर्व गौरव को वापस दिलाना है ताकि यह एक बार फिर से रेस में भाग ले सके। साल 2008 में अब तक की सबसे महंगी फेरारी बेची जा चुकी है। यह 1962 फेरारी 250 जीटीओ थी, जिसकी कीमत 48.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर लगाई गई थी। यह कार भी आरएम सोथबी ने ही निलाम की थी।यह वाहन कभी फेरारी फैक्ट्री के पूर्व ड्राइवर फ्रेंको कॉर्टेज की संपत्ति थी, जिन्होंने 1954 में रेसट्रैक पर दौड़ाने के उद्देश्य से कार खरीदी थी।1960 के दशक में एक रेस के दौरान कार में आग लग गई। इसके ऑनरशिप का अंतिम दर्ज हस्तांतरण साल 1978 में हुआ था। फिर इसे 45 सालों तक क्षतिग्रस्त स्थिति में संरक्षित रखा गया था। सुदामा/ईएमएस 23 अगस्त 2023