क्षेत्रीय
18-Sep-2023
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टीकमगढ़ (ईएमएस)। अनंत चतुर्थी यानि भगवान श्रीगणेश की स्थापना के दिन से जैन समाज के सबसे बड़े पर्व पर्यूषण पर्व का प्रारंभ हो जाता है। जो इन दस दिन यानि विनायक चतुर्दशी तक चलता है। इस वर्ष इस पर्व का प्रारंभ मंगलवार से हो जाएगा। इसके साथ ही जैन धर्मी व्रत, उपवास एकासन, पूजन, विधान सहित अनेक धार्मिक क्रियाकलापों में लीन रहते है। दशलक्षण के पहले सभी जिनालयो मे साफ सफाई एवं प्रतिमाओं का मार्जन हो चुका है। मंदिरों की विशेष साज सज्जा की गई है। इसके संबंध में जानकारी देते हुए प्रदीप जैन ने बताया कि शहर के बीचों बीच स्थित नंदीश्वर कॉलोनी में छुल्लक 105 नय सागरजी महाराज विराजमान है। आदिनाथ धाम त्रिकाल चौबीसी में पूजन शिविर का आयोजन उनके ही सानिध्य में किया जा रहा है। बाजार जैन मंदिर में मुनि संघ एवं अयिॅका संघ विराजमान है साथ ही वैध जैन मंदिर में आयिॅका संघ विराजमान है। उनके सानिध्य में ही टीकमगढ़ जैन समाज 10 लक्षण पर्व मनाएगा। इन 10 दिनों में टीकमगढ़ शहर के सभी 18 जैन मंदिरों में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे | टीकमगढ़ शहर की नंदीश्वर कॉलोनी स्थित आदिनाथ धाम त्रिकाल चौबीसी के पदाधिकारियों का चयन निर्विरोध संपन्न हुआ। रविवार की रात उनका शपथ ग्रहण कार्यक्रम संपन्न किया गया। संरक्षक महेंद्र जैन ,अध्यक्ष गुलाब जैन , गौरवाध्यक्ष जिनेंद्र जैन, मंत्री गुलाब दाऊ, उप मंत्री डीके एवं पुष्पेंद्र जैन, उपाध्यक्ष राजकुमार जैन, एवं राजेंद्र जैन ऑडिटर विनय जैन, एवं अशोक जैन कोषाध्यक्ष कैलाश जैन को बनाया गया है। रविवार को रात में 8 बजे सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियो को पद की शपथ दिलाई गई ललितपुर से पधारे समाज के अध्यक्ष अनिल अंचल द्वारा सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियो को पद की शपथ दिलाई गई। इसके पहले सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को आगरा उत्तर प्रदेश में विराजमान सुधासागरजी महाराज के सानिध्य शपथ लेने का अवसर प्राप्त हुआ था। जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर अतिशय क्षेत्र बंधाजी में मुनिश्री 108 विनम्र सागरजी महाराज विगत 6 माह से अपने संघ सहित विराजमान है। उनके सानिध्य में हर माह की पूर्णिमा को शांति कलश की स्थापना की जा रही है। जिसमें हर माह हजारों लोग धर्म लाभ ले रहे हैं। बंधाजी में 10 लक्षण पर्व के अवसर पर अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं। निर्देशक अनोज जैन, ने बताया कि प्रातः 8 बजे से श्रीजी का अभिषेक एवं शांति धारा होगी इसके बाद दशलक्षण पर्व की विशेष पूजन की जाएगी। प्रतिदिन मुनि संघ के द्वारा 10 लक्षण पर्व के अवसर पर 10 धर्मों के बारे मे प्रवचन होंगे |प्रतिदिन प्रश्न मंच का आयोजन होगा शाम को संगीतमय आरती होगी । वही रात को 8:30 बजे से शास्त्र प्रवचन भी होगे। दिगंबर जैन समाज में पयुर्षण पर्व, दशलक्षण पर्व के प्रथम दिन उत्तम क्षमा, दूसरे दिन उत्तम मार्दव, तीसरे दिन उत्तम आर्जव, चौथे दिन उत्तम सत्य, पांचवें दिन उत्तम शौच, छठे दिन उत्तम संयम, सातवें दिन उत्तम तप, आठवें दिन उत्तम त्याग, नौवें दिन उत्तम आकिंचन तथा दसवें दिन ब्रह्मचर्य तथा अंतिम दिन क्षमावाणी के रूप में मनाया जाएगा। शैलेन्द्र सिंह बुन्देला, 18 सितम्बर, 2023