राज्य
19-Sep-2023
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भोपाल (ईएमएस)। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि अब जन आक्रोश यात्रा की क्या जरूरत थी। जनता में आक्रोश होगा तो वोट में दिखाई देगा। ऐसा न हो कि यात्रा पर ही आक्रोश टूट पड़े। इस दौरान उनसे पूछा गया कि कमलनाथ कह रहे हैं कि सीएम शिवराज को झूठ बोलने की मशीन कह रहे हैं। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इसका जवाब शिवराज देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि मैंने आज ही महिला आरक्षण बिल को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखा है। उमा भारती ने महिला आरक्षण बिल को लेकर कहा कि 1996 में जब देवगोड़ा जी ने बिल प्रस्तुत किया तब भी हमने इसका स्वागत किया था। फिर यह स्टैंडिंग कमेटी को चला गया। स्टैंडिंग कमेटी को जिस संसोधन को यह बिल गया, वह मैने ही प्रस्तुत किया था। आज भी वह संसोधन मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मंत्री को पत्र के माध्यम से भेजा है। उस समय मैंने जिस संसोधन की मांग की थी। उस वजह से बिल पेंडिंग हो गया था। अब मुझे पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री जी उस संसोधन के साथ ही वह बिल प्रस्तुत करेंगे। मैं संसोधन की चर्चा अभी इसीलिए नहीं कर सकती हूं कि आज सुबह ही मैंने पीएम मोदी का पत्र लिखा है। हमारी अपनी पार्टी की सरकार है। अगर वह संसोधन आ ही जाता है तो मुझे अलग से इसकी चर्चा करने की जरूरत नहीं। अतिथि संसद आते थे तो हम शर्मिंदा होते थे उमा भारती ने कहा कि पुराने संसद भवन की हालत बहुत खराब है। आप कल्पना नहीं कर सकते हैं कि हम लोग कितना शर्मिंदा होते थे जब बाहर के अतिथि आते थे और वे इसे गंधाते और बसाते देखते थे। प्रधानमंत्री जी ने बहुत कम समय में इसे पूरा कराया है यह बहुत बड़ी बात है। पार्टियां रोटी, कपड़ा, मकान की बात करें दयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी को लेकर उमा भारती ने कहा कि मैं नेताओं से आग्रह करूंगी की इसको राजनैतिक मंच से बिल्कुल डिस्कस नहीं किया जाए। यह राजनेताओं का विषय नहीं है। यह पूर्णत: संतों और धार्मिक विद्वानों का विषय है। वे ही आपस में तय करेंगे कि क्या करना है। रही बात तमिलनाडु के डीएमके नेताओं की बात तो वे तो हमेशा से तिलक काटते रहे, चोटियां काटते रहे। औरतों के गले में जूतों की माला पहनाते रहे। उस मंच को सार्वजनिक तौर पर लाना उचित नहीं। मैं तो सभी पार्टियों से निवेदन करूंगी कि आप रोटी कपड़ा और मकान की बात करेंगे। विनोद / 19 सितम्बर 23