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30-Nov-2023
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-अल्लू अर्जुन, रेड्डी एवं अजरुद्दीन, बीआस की के कविता चिंरजीवी, वेंकटेश हैदराबाद,(ईएमएस)। तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों के लिए सुबह 7 बजे से मतदान जारी है। शाम 6 बजे तक चलने वाले मतदान का शुरुआती दौर धीमा है। सुबह 9 बजे तक मात्र 8.52 प्रतिशत मतदान हुआ है। सुबह सुबह फिल्म अभिनेता अल्लू अर्जुन, चिरंजीवी, वेंकेटेश ने मतदान किया है। इसके अलावा बीआरएस की, के कविता, केंद्रीय मंत्री जी.किशन रेड्डी एवं पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजरुद्दीन शामिल हैं। निर्वाचन आयोग ने वोटिंग के लिए 35655 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 3 करोड़ 26 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। तेलंगाना चुनाव में कुल 2290 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं दूसरी तरफ पीएम नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए जारी वोटिंग के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वोटर्स से अपील की है। पीएम मोदी ने लिखा, तेलंगाना की अपनी बहनों और भाइयों से रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने और लोकतंत्र के त्योहार को मजबूत करने का आह्वान करता हूं। पीएम मोदी ने विशेष रूप से युवा और पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आग्रह भी किया। राज्य में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखने की कोशिश में है जबकि कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए जी जान लगा रही है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी सत्ता में आने की कोशिश में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बता दें कि इस चुनाव का रिजल्ट तीन दिसंबर को आएगा। तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए अभिनेता अल्लू अर्जुन जुबली हिल्स इलाके में पहुंच कर मतदान किया। केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए अंबरपेट के एक मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान किया। बीआरएस एमएलसी के. कविता ने हैदराबाद के बंजारा हिल्स में एक मतदान केंद्र पर वोट डाला। मतदान के बाद कविता ने शहरी मतदाताओं से तेलंगाना विधानसभा चुनाव मे मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मैं शहरी मतदाताओं से आग्रह करती हूं कि वे बाहर आएं और मतदान करें। मतदान राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण पहलू है। चुनाव में बीआरएस प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (केसीआर), उनके पुत्र केटी रामा राव, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ए.रेवंत रेड्डी और भाजपा के लोकसभा सदस्य बंदी संजय कुमार, डी. अरविंद और सोयम बापूराव समेत 2,290 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। केसीआर कामारेड्डी और गजवेल से अपनी किस्मत आजमाएंगे, वहीं रेवंत रेड्डी कोडंगल और कामारेड्डी से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने अपने विधायक एटाला राजेंद्र को हुजूराबाद के अलावा गजवेल से मैदान में उतारा है। वह हुजूराबाद से मौजूदा विधायक हैं।बीआरएस सभी 119 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस ने एक सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के लिए छोड़ी है। भाजपा ने 111 निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार खड़े किए हैं और शेष आठ को अभिनेता-राजनेता पवन कल्याण के नेतृत्व वाली अपनी सहयोगी जन सेना पार्टी (जेएसपी) के लिए छोड़ दिया है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बीआरएस की सहयोगी एआईएमआईएम नौ निर्वाचन क्षेत्रों में मैदान में है, सभी हैदराबाद में। राज्य के बाकी हिस्सों में उसने बीआरएस को समर्थन देने की घोषणा की है। चुनाव आयोग ने तेलंगाना में निष्पक्ष और स्वतंत्र मतदान सुनिश्चित करने के लिए राज्य में व्यापक तैयारियां की हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश सहित पड़ोसी राज्यों के साथ राज्य की सीमाओं पर सभी चेक पोस्टों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र बलों की कुल तीन सौ 75 कंपनियां, तेलंगाना विशेष पुलिस की 50 कंपनियां, 45 हजार राज्य पुलिस और पड़ोसी राज्यों से 23 हजार पांच सौ होम गार्ड तैनात किए गए हैं। तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विकास राज ने बताया कि पूरे राज्य में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। उन्होंने मतदाताओं से अधिक से अधिक मतदान करने तथा किसी भी प्रकार के प्रलोभन से दूर रहने की अपील की है। उन्होंने बताया कि दो लाख आठ हजार से अधिक कर्मियों को चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है। प्रचार के दौरान तीन प्रमुख राजनीतिक दलों और हैदराबाद में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेताओं के बीच एक दूसरे पर खूब हमला बोला। बीआरएस ने पिछले दो कार्यकालों के दौरान अपने प्रदर्शन के आधार पर नए जनादेश की मांग की है। वहीं कांग्रेस ने पड़ोसी राज्य कर्नाटक में अपनी हालिया सफलता को दोहराने की उम्मीद में छह गारंटियों के साथ मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की। भाजपा ने विकास की गति को तेज करने के लिए डबल इंजन सरकार के लिए एक मौका मांगा और उसने पिछड़े वर्ग से मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया। कांग्रेस और भाजपा दोनों ने पिछले 10 वर्षों के दौरान पारिवारिक शासन और भ्रष्टाचार को लेकर केसीआर पर हमला बोला। बीआरएस ने लोगों को आगाह किया कि कांग्रेस सरकार पिछले एक दशक के दौरान राज्य द्वारा हासिल की गई सभी प्रगति को नष्ट कर देगी। कांग्रेस नेताओं ने बीआरएस, बीजेपी और एआईएमआईएम पर मिलीभगत का आरोप लगाया, जबकि बीजेपी ने दावा किया कि कांग्रेस, बीआरएस और एआईएमआईएम एक साथ मिले हुए हैं।बीआरएस के लिए, केसीआर ने राज्य भर में 96 चुनावी रैलियां कर अभियान का नेतृत्व किया। उनके बेटे के.टी. रामा राव और भतीजे टी. हरीश राव ने भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में सार्वजनिक सभाएं की और रोड शो किए।भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने राज्य भर में चुनावी रैलियों को संबोधित किया। सोमवार को राज्य में तीन दिवसीय अभियान का समापन करने वाले मोदी ने आठ सार्वजनिक बैठकों को संबोधित किया और एक रोड शो किया।राहुल गांधी ने 23 सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रचार अभियान का नेतृत्व किया। उनकी बहन प्रियंका गांधी ने 26 रैलियां की। मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में देखे जाने वाले रेवंत रेड्डी ने राज्य के कई हिस्सों में 55 सार्वजनिक सभाओं को संबोधित किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया, उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अभिनेता-राजनेता विजयशांति, जो हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए, ने भी पार्टी के लिए प्रचार किया। वीरेन्द्र विश्वकर्मा/ईएमएस/30 नवंबर 2023