राष्ट्रीय
16-Apr-2024
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-दोनों ही स्थितियां सेहत के लिएनहीं होती है अच्छी नई दिल्ली (ईएमएस)। कई लोग नींद ना आने की समस्या से पीड़ित होते हैं तो वहीं कई लोगों को बहुत ज्यादा नींद आती है। ये दोनों ही स्थितियां सेहत के लिए अच्छी नहीं होतीं। हर वक्त नींद आने की समस्या को हाइपरसोमनिया कहा जाता है। इस बीमारी में आपको रात में देर तक सोने के बाद भी दिन के समय अत्यधिक नींद महसूस होती है। यह समस्या ज्यादा शराब पीने, तनाव और अवसाद की वजह से भी होती है। इस समस्या से पीड़ित लोग कई बार नींद को भगाने के लिए चाय-कॉफी का अधिक सेवन करने लगते हैं जिससे उन्हें कई और परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है। इसलिए इस लेख में हम आपको इस समस्या पर काबू पाने के कुछ आसान तरीके बता रहे हैं। हर एक इंसान को रात में सात से आठ घंटे सोना चाहिए। अपने स्लीप पैटर्न को अच्छा रखने के लिए न एक ही समय पर सोना और जागना जरूरी है। हर किसी को सोने से कुछ देर पहले ही टीवी, मोबाइल और सभी लैपटॉप दूर कर देना चाहिए। नियमित रूप से पोषक तत्वों से खाद्य पदार्थों का सेवन करने से आपके शरीर में ऊर्जा का स्तर अच्छा रहता है। अपने शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए दिन में पर्याप्त पानी पिएं। डिहाइड्रेशन आपके ऊर्जा स्तर को कम कर सकता है और आपको थका हुआ और सुस्त महसूस कर सकता है। इसलिए हाइड्रेटेड रहें। कसरत से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। यह आपके शरीर को फिट रखने के साथ ही तनाव को भी दूर करने का काम करता है। आपकी डाइट में प्रोटीन, विटामिन्स और कार्बोहाइड्रेट का अच्छा संतुलन होना चाहिए। कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन का शरीर पर चीनी और कैफीन के समान प्रभाव पड़ता है। इसलिए ध्यान रखें कि आप सोने से पहले कुछ ऐसा ना खाएं जो आपकी नींद में खलल डाले। सुबह कसरत करने से आपको रात में अच्छी नींद आती है। तनाव आपकी नींद का दुश्मन हो सकता है। तनाव से निपटने के लिए करें मेडिटेशन (ध्यान) करें। मेडिटेशन से शरीर तरोताजा रहता है और यह तनाव को दूर करने में भी मदद करता है। सुदामा/ईएमएस 16 अप्रैल 2024