संत कबीरनगर(ईएमएस)। कहते हैं जब दो लोग बात कर रहे हों तो तीसरे को बीच में नहीं आना चाहिए। खासतौर से सियासी चर्चा हो तो चुप्पी साध लेने में ही भलाई है। लेकिन उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री ने बिना सोचे समझे कुछ युवकों से सियासी बहस कर ली। उन्होंने आव देखा न ताव...और मंत्रीजी पर हमला बोल दिया। यह हमला उस वक्त हुआ जब निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद एक विवाह समारोह में शामिल होने गए थे। हमले में मंत्री को मामूली रूप से चोटिल हो गए। उन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उनका प्राथमिक उपचार किया। वहीं उन पर हमले से भड़के सांसद और उनके बेटे इंजीनियर प्रवीण निषाद पार्टी के तीनों विधायकों के साथ जिला अस्पताल पहुंचे। हमलावरों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर उन्होंने वहीं धरना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे संतकबीरनगर के एसपी सत्यजीत गुप्ता ने मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया तब जाकर मंत्री और सांसद समर्थकों का गुस्सा शांत हुआ। मंत्री संजय निषाद ने अपने ऊपर हुए हमले के लिए समाजवादी पार्टी के लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। अपने ऊपर हुए हमले के लिए मंत्री संजय निषाद ने सपा से जुड़े लोगों पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वह निषादों और अन्य जातियों का नेतृत्व कर रहे हैं। उनकी वजह से समाज में जागरूकता आई है और सपा का पतन हो रहा है। सपा की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों का मन पहले से बढ़ा हुआ है। जबसे मैं आया हूं ये लोग जातीय संघर्ष का प्रयास कर रहे हैं। पूर्व में हमारे अन्य नेताओं पर भी इसी तरह हमले किए गए। मीडिया से बात करते हुए कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने बताया कि वह एक कार्यकर्ता के यहां शादी समारोह में शामिल होने के लिए संतकबीरनगर के मोहम्मदपुर कठार गांव गए थे। वहीं कुछ लोग सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद और निषाद पार्टी के बारे में अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे। बकौल मंत्री संजय निषाद उन्होंने समझाने का प्रयास किया तो वे लोग अचानक उग्र हो गए। उन्होंने मंत्री और समर्थकों पर हमला बोल दिया। इसमें मंत्री संजय निषाद को कुछ चोटें आईं। उन्हें तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया। सूचना पर सांसद प्रवीण निषाद और पार्टी के तीनों विधायक जिला अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने हमलावरों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग को लेकर वहीं धरना शुरू कर दिया। इस बारे में जिले के आला अफसरों को पता चला तो हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे एसपी सत्यजीत गुप्ता ने तत्काल कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना दे रहे लोगों का गुस्सा शांत कराया। वीरेन्द्र विश्वकर्मा/ईएमएस 22 अप्रैल 2024