लेख
25-Apr-2024
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सफल होने के नुस्खे हजारों हैं। स्मार्ट सिटी, सुस्त शहर, विकसित कस्बे, पिछड़े गांव, सड़क और गली में, हर कोई हर किसी से आगे निकलने के जुगाड़ में है। सफलता के नुस्खे निजी अनुभव पर भी आधारित हैं। हमारे मित्र सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त होकर आए। उन्होंने सफल होने के खास नुस्खे बताए। पत्नी ने मना किया है, वह कहती है कि इन नायाब नुस्खों को स्वार्थी इंसानों के हवाले न करें। लेकिन जब हम स्कूल में थे तो मास्टरजी के माध्यम से पता चला था कि ज्ञान बांटने से बढ़ता है। इसी सीख से प्रेरित होकर, पत्नी के नाराज होने के बावजूद, मानवता की सेवा को सबसे बड़ी सेवा मानकर, अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहे हैं। समाज के प्रति हमारा कर्ज कुछ तो कम हो जाए इसलिए यह नुस्खे आप सभी के हवाले कर रहे हैं। आपका तबादला नए शहर में होता है। नए अनजान पड़ोसियों से यदि सलाम नमस्ते नहीं होती, वे पानी या चाय आदि के लिए नहीं पूछते तो बुरा न मानते हुए, आप उन्हें ही चाय के साथ नमकीन बिस्कुट खाने के लिए आमंत्रित कर डालें। आप बेहद कम खर्च कर पहले ही दिन एक अच्छे पड़ोसी के रूप में स्थापित हो जाएंगे। कार्यालय पहुंच कर बिल्डिंग में ऊपर से नीचे तक सभी को मुस्कुराते हुए नमस्ते बोलने के बाद ही अपनी कुर्सी पर बैठिए। आपका व्यायाम भी हो जाएगा और सरकारी समय में, सहकर्मियों के साथ सम्बन्ध भी मजबूत होते जाएंगे। दूसरों के व्यक्तिगत काम जिन पर आपका कुछ खर्च न होना हो, जरूर कीजिए। इससे आप ड्यूटी के दौरान भी इंसानी फर्ज निभाने वाले सहयोगी कहलाएंगे। आप सरकारी गाड़ी से कहीं बाहर या लोकल जा रहे हैं। आपकी पत्नी साथ नहीं जा रही है तो पड़ोसी को जरूर पूछ लीजिए। उन्हें लिफ्ट दे ही डालिए। इसके बदले में आप भी उनकी निजी गाड़ी में कभी कभार जा सकेंगे। कभी अपने काम के लिए बाॅस से अनुमति लेने जाना हो तो जरूर पूछ लीजिए कि भाभीजी का कोई काम करना हो तो कृपया बताएं। यदि आप अपनी प्रौढ़ता कम दिखाने के लिए अपने बालों या बचे-खुचे बालों की डेंटिंग-पेंटिंग नहीं करते तो करना शुरू कर दीजिए। कम उम्र के पड़ोसियों को बड़ा भाई या स्थानीय अभिभावक कहना शुरू कर दें। इससे छोटे-मोटे कई पंगों को निपटाने में आपको, उनकी सहायता मिल सकती है। इससे आपकी परेशानियां कम रहेंगी। दो बेहद आजमाए हुए, कम चर्चित नुस्खे आज ही हाथ लगे हैं। थोड़ा सा मुश्किल है, लेकिन बहुत उपयोगी है। नुस्खा अंग्रेजी में है, जो बात बढ़ जाने पर शर्तिया काम आता है, ‘आइदर यू ठोको देम आर गेट ठोकोड’ यानी ‘उन्हें पीट दो या पिट जाओ’। दूसरा बेहद अचूक नुस्खा है, ‘कनविंस कर दो या कन्फ्यूज कर दो’ यानी ‘यकीन दिला दो या भ्रमित कर दो’। निजी नौकरी के अनुभव और नुस्खे थोड़ा अलग होते हैं। अगर हम हर चैनल पर आने वाले सभी विषयों के विशेषज्ञ होते तो बिना जाने बूझे एक दर्जन नुस्खे और बता देते। ईएमएस / 25 अप्रैल 24