क्षेत्रीय
25-Apr-2024
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मुरैना (ईएमएस)। जीगिनी गांव के प्राचीनतम ब्रह्म बालाजी मंदिर पर श्री राम कथा के चतुर्थ दिवस गुरुवार को जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी के परम शिष्य राघवाचार्य जी महाराज ने कहा कि किसी प्रकार अगर मन की शुद्ध नहीं होती तो व्यक्ति गंगा में अपने मन को प्रक्षालन कर भागीरथी गंगा जी से पवित्र होता है दूसरी और कथा रूपी गंगा मैं प्रक्षालन करने यानि कि कथा श्रवण करने से मन की शुद्धि हो जाती है कथा रूपी गंगा से मन पवित्र होता है स्वामी जी ने बताया कि आप कितने भी लायक बन जाओ पर दुनिया वाले आप में कोई ना कोई कमी निकालते ही रहेंगे अगर लायक बनना है तो भगवान के लिए लायक बनो क्योंकि भगवान लायक न होने पर भी लायक समझते हैं क्योंकि वह बड़े दयालु है कृपालु हैं बड़े भक्त वत्सल जो भक्त भगवान की भक्ति में लग जाता है उसके जीवन की जिम्मेदारी भगवान स्वयं के ऊपर ले लेते हैं स्वामी जी कहते हैं कि भगवान के भाई लक्ष्मण जी है वो सबसे पीछै सोते हैं पहले राम जी गुरु जी के सोने के बाद ही सोते हैं जागने से पहले जागते हैं उन्होंने कहा कि राम जी ने नर लीला कर कर जगत को समझाया की किस प्रकार इस संसार में हमें रहना चाहिए मनुष्य के जीवन में संस्कार बहुत जरूरी है स्वामी जी ने बताया कि किस गांव में जिस शहर में संतों का जन्म होता है वह तीर्थ हो जाता हैआचार्य बांके बिहारी शरण जी महाराज के सानिध्य मै प्राचीनतम् ब्रह्म बालाजी जी मंदिर जीगिनी के प्रांगण में हनुमत यज्ञ चल रहा है जिसमें प्रात: काल 8 बजे से आचार्य गणों के द्वारा देवी देवताओं का बड़े विधि विधान से पूजन होता है और नारायण कवच के पाठ विद्वानो द्वारा किया जाता है तदोपरांत कथाकार शुभारंभ होता है । ईएमएस/मुकेश शर्मा/ 25 अप्रैल 2024