क्षेत्रीय
27-Apr-2024


ग्वालियर ( ईएमएस ) | थाना विष्वविद्यालय क्षेत्रान्तर्गत गड्डे वाला मौहल्ला सिंधिया नगर में दिनांक 25/26.04.2024 की दरमियानी रात शादी समारोह के दौरान आपसी विवाद पर से सोनू आदिवासी की आरोपी वीरू आदिवासी तथा उसके दो लड़कों ने मिलकर चाकू मारकर हत्या कर दी थी। उक्त हत्या की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री धर्मवीर सिंह,भापुसे ने थाना प्रभारी विष्वविद्यालय को घटना में वांछित आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देष दिये गये। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर के निर्देष पर अति. पुलिस अधीक्षक(पूर्व/यातायात/अपराध) श्री षियाज़ के.एम.,भापुसे द्वारा थाना विष्वविद्यालय पुलिस की टीम बनाकर आरोपियों की धरपकड़ हेतु लगाया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देषों के परिपालन में सीएसपी विष्वविद्यालय सुश्री हिना खान के कुषल मार्गदर्षन में थाना प्रभारी विष्वविद्यालय निरीक्षक उपेन्द्र छारी के नेतृत्व में थाना बल की टीमों को उक्त घटना के आरोपियों की पतारसी कर पकड़ने हेतु लगाया गया। पुलिस टीम दौराने विवेचना आये तकनीकी साक्ष्य के आधार पर फरार आरोपियों की धरपकड़ हेतु टीकमगढ़ में तलाष की गई। पुलिस टीम को तकनीकी सहायता और मुखबिर सूचना के आधार पर जानकारी मिली की उक्त हत्या की घटना के आरोपी झांसी (उ.प्र.) में छिपे हुए है। सूचना पर से आज दिनांक 27.04.2024 को पुलिस टीम द्वारा उक्त हत्या की घटना के फरार दो आरोपियों को पकड़ लिया गया। पकड़े गये आरोपियों से नाम व पता पूछने पर सुनील आदिवासी एवं अनिल आदिवासी पुत्रगण वीरू आदिवासी निवासीगण गड्डा वाला मौहल्ला, सिंधिया नगर, ग्वालियर का होना बताया। उक्त आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह तीनों लोग घटना के बाद ग्वालियर से भागकर रात में झांसी पहुंच गये थे। पुलिस टीम द्वारा दोनों आरोपियों को ग्वालियर लाकर उक्त प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार किया गया और हत्या की घटना में प्रयुक्त चाकू तथा घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। प्रकरण के फरार आरोपी वीरू आदिवासी की पुलिस टीम द्वारा उसके छिपने के ठिकानों पर लगातार तलाष की जा रही है। घटना का विवरण:- फरियादी अभिषेक कोरकू पुत्र संजय कोरकू निवासी मरघट पहाडिया सिंधिया नगर ने थाना विष्वविद्यालय में रिपोर्ट लेख कराई थी कि दिनांक 25/26.04.2024 की दरमियानी रात करीब 12.30 बजे हमारे रिश्तेदार की लड़की की शादी का कार्यक्रम मेरे जीजा के घर के पीछे गड्डे वाला मौहल्ला सिंधिया नगर में चल रहा था। शादी में टीका चढ़ने के कार्यक्रम के दौरान चल स्टेज के पीछे अरूण की किराने की दुकान के सामने मेरे जीजा के दूर के रिश्तेदार सुनील आदिवासी एवं अनिल उर्फ कल्वा तथा इनके पिता वीरू आदिवासी ने मेरे जीजा सोनू आदिवासी को पकड़ रखा था और मां बहिन की गंदी-गंदी गालियां देते हुये कह रहे थे कि तू दूसरे के मैटर में ज्यादा नेता बनता है आज बताते है तुझे। मेरे जीजा सोनू ने दो-चार दिन पहले सुनील तथा अनिल को हमारे रिश्तेदार कालू आदिवासी से लड़ाई करने से रोका था। मैं जब तक बचाने गया तब तक सुनील ने मेरे जीजा सोनू को जान से मारने की नियत से उनके सीने में तथा पसलियों में चाकू से वार किया उस समय मेरे जीजा के दोनों हाथ अनिल तथा वीरू आदिवासी ने पकड़ रखे थे। जैसे ही मैं चिल्लाया तो तीनों लोग मेरे जीजा को खून में लथपथ हालत में छोडकर भाग गये। जीजा को खून में लथपथ तथा बेहोश देखकर ईलाज के लिये सीधे जेएएच अस्पताल ले जाकर भर्ती करवाया। फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना विष्वविद्यालय में उक्त तीनों आरोपियों के खिलाफ अप0क्र0 143/24 धारा 307,294,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। दौराने उपचार घायल सोनू की मृत्यू हो जाने से इजाफा धारा 302 भादवि की जाकर आरोपियों की धरपकड़ हेतु पुलिस टीमों को लगाया गया। सराहनीय भूमिका:- थाना प्रभारी विष्वविद्यालय निरीक्षक उपेन्द्र छारी, उप निरीक्षक विनोद प्रजापति, सउनि जगवीर सिंह, आरक्षक राजकुमार की सराहनीय भूमिका रही।