क्षेत्रीय
02-May-2024
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* एक वर्ष बाद भी मकान नापी का मुआवजा नहीं दिए जाने की कही जा रही बात * जीव-जंतु व छोटे-छोटे बच्चों पर मंडरा रहा खतरा कोरबा (ईएमएस) सार्वजनिक क्षेत्र के वृहद उपक्रम कोल् इंडिया के अधीन संचालित एसईसीएल बिलासपुर की कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में स्थापित खुले मुहाने की गेवरा कोयला परियोजना अंतर्गत एसईसीएल की मेगा प्रोजेक्ट अंतर्गत एसईसीएल गेवरा खदान प्रबंधन अपने उत्पादन को बढ़ाने आमगांव के दर्राखांचा तक मिट्टी खनन शुरू कर दिया है, जबकि आरोप हैं की प्रबंधन ने 1 वर्ष पूर्व दर्राखांचा मकान का नापी कर लिया है, जिसका मुआवजा अभी तक प्रदान नहीं किया गया है। वहीं कोयला खनन के लिए करीबन 15 मीटर की दूरी पर ही अपना प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए मिट्टी खनन चालू कर दिया गया है। आचार संहिता के मद्देनजर ग्रामीण शांत हैं। वहीं हैवी ब्लास्टिंग, धूल तथा खदान की गहराई के चलते पानी की निस्तारी सहित अनेक परेशानियों का आरोप आसपास के ग्रामवासियों ने लगाया है। एसईसीएल प्रबंधन ने ग्राम आमगांव की पुराना बसाहट, नौकरी व मुआवजा को लेकर एक महीना पूर्व त्रिपक्षीय वार्ता के साथ बैठक एवं आवेदन प्रस्तुत किया था। बावजूद अभी तक इस ओर कोई सुनवाई नहीं हुई है। अब इधर दर्राखांचा एरिया का मिट्टी खनन शुरू कर दिया गया है। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो रहे हैं। बताया जा रहा हैं की वे आचार संहिता को देखते हुए चुप्पी साधे हुए हैं। 02 मई / मित्तल