व्यापार
04-May-2024
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नई दिल्ली (ईएमएस)। सिंगापुर और हांग कांग में एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों पर सवाल उठने के बाद भारत के स्पाइसेज बोर्ड ने दोनों देशों को निर्यात किए जाने वाले मसालों में एथिलीन ऑक्साइड (ईटीओ) की जांच अनिवार्य कर दी गई है। 6 मई से ऐसी जांच अवश्य करनी होगी और स्पाइसेज बोर्ड से इस बारे में सर्टिफिकेट मिलने पर ही इन दोनों देशों को मसाले भेजे जाएंगे। बोर्ड के मुताबिक सिंगापुर फूड एजेंसी के मुताबिक, मसालों में ईटीओ की मैक्सिमम रेजिड्यू लिमिट 50पीपीएम होनी चाहिए। हांग कांग में ईटीओ प्रतिबंधित है। लिहाजा रेडी टु ईट प्रोडक्ट्स सहित सिंगापुर और हांग कांग भेजे जाने वाले सभी स्पाइस कंसाइनमेंट्स के साथ स्पाइसेज बोर्ड की ओर से जारी एनालिटिकल रिपोर्ट होनी चाहिए। दुनिया के सबसे बड़े मसाला निर्यातक भारत के लिए यह मामला काफी संवेदनशील है। स्पाइसेज बोर्ड के मुताबिक, 2022-23 में भारत से 3.95 बिलियन डॉलर का मसाला निर्यात हुआ था। एक रिपोर्ट में कहा है कि इस विवाद के चलते भारत के आधे मसाला निर्यात पर आंच आ सकती है। सिंगापुर और हांग कांग ने कथित तौर पर कीटनाशक ईटीओ होने का हवाला देकर एमडीएच और एवरेस्ट के 4 मसाला प्रोडक्ट्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर के मुताबिक ईटीओ से कैंसर होने का खतरा होता है। एवरेस्ट और एमडीएच ने कहा था कि उनके उत्पादों की क्वॉलिटी बिल्कुल ठीक है। सतीश मोरे/04मई