02-Sep-2024
...


- 70 विभिन्न प्रजातियों की तितलियां बटरफ्लाई गार्डन को बनाती हैं एक अनोखा पर्यटन आकर्षण - 10 एकड़ में फैले गार्डन में पराग कणों और मेजबान पौधों की 150 प्रजातियां हैं गांधीनगर (ईएमएस)| एकता नगर स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और उसके आसपास के स्थान आज दुनिया भर के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परिसर में नित नए पर्यटन आकर्षण विकसित किए जा रहे हैं, जो सैलानियों को एक सुखद यात्रा का अनुभव प्रदान करते हैं। मां नर्मदा के शांत तट पर पर्यटकों के लिए ऐसा ही एक आह्लादक पर्यटन स्थल विकसित किया गया है, बटरफ्लाई गार्डन! पर्यटक इस गार्डन में विभिन्न प्रजातियों की तितलियां देख सकते हैं। बटरफ्लाई गार्डन 10 एकड़ क्षेत्र में फैला है, जहां तितलियों की 70 प्रजातियों के अलावा पराग कणों और मेजबान पौधों की 150 प्रजातियां हैं। यह पराग कण और मेजबान पौधे तितलियों को पोषण देने के साथ ही उनके अंडे देने के लिए स्थान भी प्रदान करते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में गुजरात के एकता नगर में सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की स्थापना की गई है, जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। प्रधानमंत्री ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और उसके आसपास के परिसर को आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का विजन दिया था, जो आज साकार हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शक नेतृत्व में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी क्षेत्र विकास और पर्यटन प्रशासन प्राधिकरण एकता नगर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने आने वाले पर्यटकों की सुविधा में वृद्धि करने और उनके अनुभव को यादगार बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। बटरफ्लाई गार्डन की विशेषताएं :- पराग कण और मेजबान पौधे तितलियों की प्रत्येक प्रजाति का अपना एक खास यजमान पौधा होता है। बटरफ्लाई गार्डन में मौजूद तितलियों की 70 से अधिक प्रजातियों की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के उद्देश्य से 70 अलग-अलग मेजबान पौधे उगाये गए हैं। जैसे कि प्लेन टाइगर तितली अकरा नामक पौधे की ओर आकर्षित होती है, कॉमन क्रो नामक तितली कनेर के पौधे को पसंद करती है, उसी तरह लाइम बटरफ्लाई निंबोली के प्रति आकर्षित होती है। तितलियों की विभिन्न प्रजातियां बटरफ्लाई गार्डन में पर्यटकों को तितलियों की विभिन्न 70 प्रजातियां देखने को मिलती हैं, जिनमें कॉमन क्रो, प्लेन टाइगर, ब्लू टाइगर, स्ट्राइप्ड टाइगर, ग्लासी टाइगर, मोटल्ड इमिग्रेंट, लेमन पैंसी, चॉकलेट पैंसी, पिकॉक पैंसी, कॉमन रोज, क्रिमसन रोज, ब्लेक राजा, इंडियन जेजेबेल, एगफ्लाई, पेंटेड लेडी, प्लेन क्यूपिड, सनबीम, लाइम स्वेलोटेल, रेड हेलन, ब्लू मोरमोन, इवनिंग ब्राउन और रेड पेरोट जैसी प्रजातियां शामिल हैं। तितलियों का जीवन चक्र बटरफ्लाई गार्डन में पर्यटक तितलियों यानी पतंगों का पूरा जीवन चक्र देख सकते हैं। तितलियों का जीवन चक्र अंडे से शुरू होता है, जिसमें से कुछ ही समय बाद लार्वा (कैटरपिलर) बाहर निकलता है। बाहर निकलते ही लार्वा खाने की होड़ में लग जाता है तथा काफी तेजी से बढ़ता है और तितली में परिवर्तित होने के लिए तैयार हो जाता है। इसके बाद वह प्यूपा (क्रिसलिस) चरण से गुजरता है, यानी रक्षात्मक आवरण के अंदर एक उल्लेखनीय परिवर्तन से गुजरता है। लगभग 25 दिनों के बाद यह एक संपूर्ण तितली बनकर बाहर निकलता है। तितली का जीवनकाल 2 से 4 सप्ताह का होता है, इस दौरान वह परागण की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बटरफ्लाई गार्डन में ‘घूघरा’ और ‘हाथी सूंडी’ नामक दो विशिष्ट प्रकार के पौधे हैं, जो केवल नर तितलियों को ही आकर्षित करते हैं। बटरफ्लाई गार्डन में फोटो पॉइंट बटरफ्लाई गार्डन में सेल्फी पॉइंट, बटरफ्लाई लाइफ साइकिल और बटरफ्लाई गार्डन प्रवेशद्वार सहित कुल तीन फोटो पॉइंट हैं। पर्यटक इन तीनों पॉइंट्स पर फोटो खींचकर अपने यादगार अनुभवों को तस्वीरों में कैद कर सकते हैं। सतीश/02 सितंबर