मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग के अलावा ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट और ट्रेविस हेड अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। इन क्रिकेटरों ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से प्रशंसकों का भरपूर मनोरंजन किया है पर इनके नाम एक ऐसा अनचाहा रिकार्ड है जिसे ये भूलना चाहेंगे। ये तीनो ही अपने करियर में अब तक एक-एक बार टेस्ट की दोनो ही पारियों में पहली ही गेंद पर आउट हुए हैं। आज के दौर में जहां अपनी तूफानी बल्लेबाजी से ट्रेविस हेड एक मैच विजेता के तौर पर उभरे हैं। वहीं पिछले दौर में यही भूमिका गिलक्रिस्ट और सहवाग निभाते आये हैं। अपने आक्रामक खेल से टेस्ट क्रिकेट को भी इन्होंने रोमांचक बनाया। जहां गिलक्रिस्ट ने वनडे और टी20 में ओपनिंग की, वहीं टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने मध्य क्रम में बल्लेबाजी की। दूसरी ओर, सहवाग और हेड ने टेस्ट क्रिकेट में पारी शुरु करते हुए अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से विपक्षी टीमों को दबाव में रखा। सहवाग और गिलक्रिस्ट का टेस्ट स्ट्राइक रेट 80 से ऊपर रहा है, जो उन्हें उनके दौर के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में शामिल करता है। गिलक्रिस्ट का स्ट्राइक रेट 81.95 और सहवाग का 82.23 रहा है, जबकि ट्रेविस हेड का ओपनर के रूप में स्ट्राइक रेट 82.00 है, जो उन्हें सहवाग जैसा खिलाड़ी बनाता है हालांकि, हेड का कुल टेस्ट स्ट्राइक रेट 64.71 है, लेकिन सलामी बल्लेबाज के तौर पर उन्हें भेजे जाने के बाद यह बेहतर हुआ है। टेस्ट क्रिकेट में गिलक्रिस्ट, सहवाग और हेड का औसत 40 से ऊपर का है। गिलक्रिस्ट ने 96 टेस्ट में 47.60 के औसत से 5570 रन बनाए, जबकि सहवाग ने 104 टेस्ट में 49.34 के औसत से 8586 रन बनाए। हेड ने अब तक 49 टेस्ट में 41.75 के औसत से 3173 रन बनाए हैं। इन तीनों धुरंधरों के नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड भी दर्ज है। ये तीनों खिलाड़ी टेस्ट मैच की दोनों पारियों में पहली ही गेंद पर शून्य पर आउट हुए हैं। गिलक्रिस्ट 2001 के कोलकाता टेस्ट में भारत के खिलाफ दोनो ही पारियों में खाता नहीं खोल पाये थे। वहीं सहवाग 2011 में एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ दोनो ही पारियों में पहली गेंद पर ही शिकार बने। इसके अलावा इसी साल जनवरी में वेस्टइंडीज के खिलाफ हेड भी दोनो पारियों में पहली ही गेंद पर आउट हुए। गिरजा/ईएमएस 14 सितंबर 2024