बीजिंग (ईएमएस)। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने फिर ताइवान पर अपना दावा दोहराकर कहा कि ताइवान चीन का पवित्र क्षेत्र है, और बीजिंग ताइवान की स्वतंत्रता का कड़ा विरोध करता है। यह बयान राष्ट्रीय दिवस की पूर्व संध्या पर दिया। अपने संबोधन में जिनपिंग ने विभाजनकारियों को कड़ा संदेश देकर चीनी जनता से अपील की कि वे सभी अनिश्चितताओं और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहें। राष्ट्रपति जिनपिंग का यह बयान तब आया है जब ताइवान और चीन के बीच संबंधों में तनातनी बनी हुई है। ताइवान पर चीनी दावा लंबे समय से विवाद का विषय रहा है, जबकि ताइवान खुद को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मानता है, लेकिन चीन ताइवान को एक विद्रोही प्रांत के रूप में देखता है और इसके पुनर्मिलन का संकल्प बार-बार व्यक्त करता है। जिनपिंग ने नागरिकों से कहा कि चीनी लोग मानवता की शांति और विकास के लिए अहम योगदान देने वाले है। उनका यह भाषण पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में हुआ, जो कि 1 अक्टूबर को चीन के राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। आशीष दुबे / 01 अक्टूबर 2024