यरूशलम(ईएमएस)। ईरान ने बीती रात इजरायल पर हमला किया। और संदेश भी दिया कि ये हमला नहीं बदला है। बदला उस हमास नेता का जिसे इजरायल ने कुछ दिनों पहले ही मार गिराया था। इधर इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान की हर एक मिसाइल का जवाब हमने दिया है। उनकी एक एक मिसाइल को आसमान में ही ध्वस्त कर दिया है। इससे इजरायल का डिफेंस सिस्टम कितना मजबूत है,इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।नेतन्याहू ने अमेरिका के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया और कहा, ईरान हमारे खुद की रक्षा करने और अपने दुश्मनों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने के हमारे दृढ़ संकल्प को नहीं समझता है। हमास, हिजबुल्लाह और ईरान के नेताओं ने इजरायल के संकल्प को कम करके आंका है। जो कोई भी हम पर हमला करेगा हम उन पर जवाबी हमला करेंगे। गाजा, लेबनान, यमन, सीरिया और ईरान सहित क्षेत्र में अपने विरोधियों से खतरों के खिलाफ इजरायल का रुख स्पष्ट है। इस प्रकार, ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है, जिससे क्षेत्र में एक नई हिंसा की लहर का खतरा बढ़ गया है। वहीं, दूसरी ओर हिजबुल्लाह के आतंकियों ने भी इजरायल में घुसपैठ की, जिसमें आठ इजरायली नागरिकों की हत्या कर दी गई। मंगलवार देर रात, मध्य इजरायल में तेल अवीव के जाफा में एक संदिग्ध आतंकवादी हमले में लोगों को गोली मारने की घटना सामने आई। इस घटना में कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिनमें एक कुत्ता भी शामिल है। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा बलों ने दो हमलावरों को मार गिराया। इजरायल की मैगन डेविड एडोम इमरजेंसी सेवाओं ने बताया कि आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उनकी मौत हो गई। अधिकारियों ने यह भी कहा कि रेलवे स्टेशन पर एक ट्रैफिक क्रॉसिंग के पास गोलीबारी की घटना के बाद और अधिक घायलों की आशंका है। इन घटनाओं पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का बयान भी आया। उन्होंने कहा कि ईरान ने इजरायल पर मिसाइल हमला करके एक बड़ी गलती की है। यरूशलम में सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में बोलते हुए नेतन्याहू ने कहा कि मंगलवार को हुआ ईरानी मिसाइल हमला इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम की क्षमताओं को दर्शाता है, जो कि इस हमले को नाकाम करने में सफल रहा। ईरान ने मंगलवार को इजरायल पर एक गंभीर हमला किया, जिसके पीछे हमास के बड़े नेता इस्माइल हानिया की हत्या का बदला लेने की भावना थी। इस हमले में इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम पर दबाव डाला गया, जो कि अत्यधिक रॉकेट हमलों का सामना कर रहा था। इस दिन, ईरान ने इजरायल पर एक साथ कई रॉकेट दागे, जिससे स्थिति गंभीर हो गई। वीरेन्द्र विश्वकर्मा/ईएमएस 02 अक्टूबर 2024