- कच्चा तेल, रुपया-डॉलर विनिमय दर में उतार-चढ़ाव का भी बाजार पर असर रहेगा मुंबई (ईएमएस)। इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा व्यापक आर्थिक संकेतकों, तीसरी तिमाही के नतीजों, वैश्विक रुझानों और विदेशी निवेशकों की धारणा से तय होगी। विश्लेषकों ने यह बात कही है। गुरु नानक जयंती के अवसर पर शुक्रवार को शेयर बाजार बंद रहेगा। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि भारत में सीपीआई और आईआईपी के आंकड़े 12 नवंबर को जारी होंगे, जबकि डब्ल्यूपीआई के आंकड़े 14 नवंबर को आ सकते हैं। वैश्विक स्तर पर, अमेरिका 13 नवंबर को अपनी मुद्रास्फीति रिपोर्ट जारी करेगा, जिसका असर फेडरल रिजर्व की आगामी नीति दिशा पर पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि प्रमुख वैश्विक घटनाओं और तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद बाजार का ध्यान प्रमुख आर्थिक संकेतकों पर जाएगा। इस सप्ताह बैंक ऑफ इंडिया, बीईएमएल, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी, अपोलो टायर्स और ब्रेनबीज सॉल्यूशंस जैसी कंपनियों के तिमाही नतीजों की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए अमेरिकी बॉन्ड यील्ड और डॉलर इंडेक्स का प्रदर्शन महत्वपूर्ण होगा। विश्लेषकों ने कहा कि वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड और रुपया-डॉलर विनिमय दर में उतार-चढ़ाव का भी बाजार पर असर पड़ेगा। एक अन्य बाजार विश्लेषक ने बताया कि बाजार की दिशा भारत के सीपीआई, औद्योगिक उत्पादन, विनिर्माण डेटा और यूएस सीपीआई, कोर सीपीआई, शुरुआती बेरोजगारी दावे, यूके के जीडीपी आंकड़े और चीन के औद्योगिक उत्पादन डेटा से प्रभावित होगी। उन्होंने कहा है कि भारतीय बाजार में कमजोरी का मुख्य कारण एफआईआई की ओर से लगातार बिकवाली का दबाव है, जो इस महीने भी जारी रहा है। उन्हेांने कहा कि मिश्रित वैश्विक कारक और कमजोर तिमाही नतीजों से बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव हो सकता है। सतीश मोरे/10नवंबर ---