24-Dec-2024


नवी मुंबई, (ईएमएस)। ठाणे एंटी करप्शन ने पनवेल क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में 13 हजार रूपये रिश्वत लेते एक क्लर्क सहित दो निजी शख्स को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोक सेवक की पहचान संदीप संभाजी बासरे (45) जूनियर क्लर्क पनवेल आरटीओ के रूप में हुई है। संदीप बासरे ने एक निजी शख्स के माध्यम से 13 हजार रूपये की रिश्वत ली थी। उस मामले में, ठाणे एंटी करप्शन ने बासरे को गिरफ्तार किया और दो निजी एजेंटों कपिल वामन पाटिल तथा कल्पेश अनंत कडू को भी गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई एक निजी आरटीओ एजेंट की शिकायत पर की गई है। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता एक निजी आरटीओ एजेंट हैं और मेरेडिन ट्रांसपोर्ट नाम की कंपनी के आरटीओ से संबंधित कामकाज करते हैं, इस कंपनी द्वारा लिए गए 32 कंटेनरों के स्पीड गवर्नर वर्तमान में पनवेल क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में चल रहे थे। स्पीड गवर्नर का प्रमाणपत्र वापस ले लिया गया। इस प्रमाणपत्र को ऑनलाइन अपडेट करना ही बाकी रह गया था। उसके लिए शिकायतकर्ता एजेंट पनवेल आरटीओ कार्यालय गए। वहां मौजूद आरटीओ कर्मचारी सदीप बासरे से वे यह पूछने गए कि प्रमाणपत्र अपडेट क्यों नहीं किया गया। इस संबंध में उनसे जानकारी मांगने पर बासरे ने यह काम करने से इनकार कर दिया और बताया कि वरिष्ठ आरटीओ अधिकारी चव्हाण को प्रत्येक प्रमाणपत्र के लिए 1000 रुपये का भुगतान करना होगा। उसने उनसे 32 प्रमाणपत्रों के एवज में 32 हजार रुपये देने की बात कही। पैसे मांगने के बाद शिकायतकर्ता एजेंट ने ठाणे एंटी करप्शन में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद एंटी करप्शन के पुलिस निरीक्षक संतोष अंबिके ने घटना की जांच की और सोमवार 23 दिसंबर को पनवेल आरटीओ कार्यालय में जाल बिछाया। 32 हजार रूपये रिश्वत की मांग करने वाले बासरे ने समझौते के अंत में 13 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। 13 हजार रुपए देने के लिए शिकायतकर्ता एजेंट बसरे के पास गया तो उन्होंने अपने पास बैठे एक निजी शख्स को यह रकम देने की बात कही और एजेंट ने ये रकम उस शख्स को वहां दे दिया। इसके बाद मौके पर मौजूद एंटी करप्शन ने तुरंत रंगे हाथ बासरे एवं उक्त निजी शख्स कपिल वामन पाटिल एवं कल्पेश अनंत कडु को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से तीन मोबाइल फोन, 13,000 रुपये नकद, निरीक्षण वाउचर और एक मेमोरी कार्ड जब्त किया। इस संबंध में कलंबोली पुलिस स्टेशन में लोक सेवक संदीप बासरे और दो निजी एजेंटों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि बीते 26 नवंबर को पनवेल क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में एक निजी एजेंट को 2,500 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था, जिसमें परिवहन कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी निशाने पर थे। अब 23 दिसंबर को फिर एक जूनियर क्लर्क को 13 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। इससे ये पता चलता है कि पनवेल क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में किस कदर भ्रष्टाचार चल रहा है। संजय/संतोष झा- २४ दिसंबर/२०२४/ईएमएस