व्यापार
07-Feb-2025
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नई ‎दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को 5 बड़े फैसले लिए हैं। इन फैसलों का सीधा असर आम आदमी पर पड़ेगा। आरबीआई द्वारा 7 फरवरी को ‎लिए गए फैसले इस प्रकार हैं- रेपो रेट कट: नए आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अगुवाई वाली मोनेटरी पॉलिसी बैठक बैठक में दरें घटाने का फैसला लिया गया। ये बैठक 5-7 फरवरी के दौरान हुई है। आरबीआई ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वॉइंट की कटौती का ऐलान किया है। जीडीपी ग्रोथ रेट: ‎वित्त वर्ष 25 के लिए जीडीपी ग्रोथ 6.4 फीसदी रहने का अनुमान है। ‎वित्त वर्ष 26 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान 6.7 फीसदी रहने का अनुमान है। वहीं ‎वित्त वर्ष 26 की तीसरी तिमाही में रियल जीडीपी ग्रोथ अनुमान 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है। कारोबारी साल 2026 की चौथी तिमाही में रियल जीडीपी ग्रोथ अनुमान 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है। एसडीएफ रेट: स्टैं‎डिंग ‎डिपॉ‎जिट फै‎सिलिटी (एसडीएफ) रेट 0.25 फीसदी घटाकर 6 फीसदी कर दिया गया है। एसडीएफ का इस्तेमाल मार्केट में ज़रूरत से ज्यादा नकदी को सोखने के लिए किया जाता है। जब एसडीएफ दर घटेगी, तो बैंकों को आरबीआई में जमा राशि पर कम ब्याज मिलेगा। इससे बैंक ज्यादा लोन देंगे। बाजार में नकदी बढ़ेगी। महंगाई पर फैसला: ‎वित्त वर्ष 25 के लिए रिटेल महंगाई दर 4.8 फीसदी रहने का अनुमान है। ‎वित्त वर्ष 26 के लिए रिटेल महंगाई दर 4.2 फीसदी रहने का अनुमान है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि भारतीय इकोनॉमी की स्थिति बेहतर रही है। मोटे तौर पर औसत महंगाई दर लक्ष्य आसपास ही रही है। आरबीआई अर्थव्यवस्था के हित को ध्यान में रखते हुए ही फैसला लेगा। ग्लोबल और घरेलू फैक्टर्स: पिछली मॉनेटरी बैठक से अब तक ग्लोबल और घरेलू फैक्टर्स में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। जियोपॉलिटिकल तनाव, टैरिफ को लेकर ट्रेड वॉर की स्थिति और बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच मतभेद से बाजार में वोलेटिलिटी देखने को मिली है। इससे डॉलर के मुकाबले रुपये पर भी असर देखने को मिला। अमेरिकी डॉलर में मजबूती का भी भारत समेत दुनियाभर के बाजार में देखने को मिली। सतीश मोरे/07फरवरी