राज्य
13-Mar-2025
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भोपाल(ईएमएस)। मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने आसंदी से कहा कि प्रदेश में घोड़ारोज या रोजड़ा बड़ी समस्या बन रहे हैं। इनके झुंड आते हैं और फसलों को चौपट कर देते हैं यही नहीं सड़को पर भी अचानक आ जाते हैं जिसके कारण कई बार हादसे हो जाते हैं और लोगों की जान चली जाती है। इसलिए मंत्री जी मुख्यमंत्री और अन्य विधायकों के अलावा विशेषज्ञों से चर्चा करके इसका समाधान निकालें। प्रश्नकाल के दौरान मंदसौर से कांग्रेस विधायक विपिन जैन ने इस मामले को उठाते हुए कहा कि सरकार का दावा है कि 25 प्रतिशत फसल चौपट होने पर मुआवजा मिलता है। जबकि मेरे अपने क्षेत्र में केवल एक व्यक्ति को ही मुआवजा मिला है। हालात ये हैं कि रोजड़ा के झुंड आते हैं और पूरी फसल चौपट कर देते हैं। कई बार ये दौड़ते हुए सड़कों पर आते हैं जिससे वाहन चालक इनसे टकराते है और उनकी मौत हो जाती है। ऐसी कई घटनाएं हुई हैं। क्या मंत्री जी इसका कोई स्थाई समाधान करेंगे। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि किसानों की खेत की फेंसिंग करने के लिए अनुदान या कोई अन्य योजना बनाकर किसान को नुकसान से बचाने के उपाय करें। इस पर जाबरा विधायक राजेंद्र पांडेय ने भी समस्या का समर्थन करते हुए कहा कि ये बड़ी समस्या है और स्थाई समाधान होना चाहिए। तराना के कांग्रेस विधायक महेश परमार ने जंगली सुअरों की समस्या उठाते हुए कहा कि फेंसिंग पर 100 प्रतिशत अनुदान देना चाहिए। विधायकों के सवालों का जवाब देते हुए राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि वन विभाग और राजस्व विभाग मिलकर इस पर काम कर रहे हैं बेहतन समाधान निकालने की कोशिश है। जहां तक मुआवजे की बात हैं तो सर्वे के बाद मृतकों को 4 लाख और 32 हजार रु प्रति हेक्टेयर देने का प्रावधान है। तभी अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि फेंसिग या बाउंड्री बॉल सुअर और रोजड़ा की समस्या का समाधान नहीं है। क्योंकि देखने में आया है कि रोजड़ा को केवल मुंह घुसेड़ने की जगह मिल जाए तो पूरी जारी या दीवार भी तोड़कर घुस जाता है। ऐसे में बेहतर यही है कि जानकारों के साथ बैठकर स्थाई समाधान निकालें और विकराल हो रही इस समस्या का समाधान निकालें। वीरेंद्र/ईएमएस/13मार्च2025